वर्तमान में फोटोस ने मोबाइल फोन में जगह बना ली है । किन्तु जयपुर का यह कैमरामैन टीकम चंद अपने 200 साल पुराने कैमरे के साथ आज भी विंटेज तरीके से तस्वीरें अपने प्रथम विश्व युद्ध के समय के बॉक्स कैमरे से खींचता है। टीकम चंद द्वारा इस्तेमाल किया जाने वाला जर्मन निर्मित कार्ल ज़ीस कैमरा एक विरासत संपत्ति है। इसका उपयोग उनके परिवार की तीन पीढ़ियों द्वारा किया जाना जारी है। टीकम चंदके दादा, जिन्हें पहाड़ी मास्टर के रूप में जाना जाता था, 19वीं शताब्दी में जयपुर के महाराजा के लिए एक शाही फोटोग्राफर थे। रियासत को भंग होने पर कैमरे के संरक्षण की जिम्मेदारी पहाड़ी मास्टर को दे दी गई थी । तब से कैमरे को टीकम चंद के परिवार की 3 पीढ़ियों ने संभाला है और अभी भी चालू हालत में रखा गया है।
टीकम चंद और उनके भाई ने 1977 में इस कैमरे को हाथ में लिया । तब से वह इस कैमरे की देखभाल करते आ रहे हैं और इसे शेल्फ पर नहीं रखते, बल्कि इसे जयपुर में हवा महल की सड़कों पर ले जाकर हर दिन सैकड़ों तस्वीरें खींचते हैं।