10 मार्च 2016

बन्दरों की बढवार रोकने का अभियान ‘ताज सिटी ‘ में हुआ शुरू

पहले चरण में 500 बन्‍दरों की नसबन्‍दी और वैक्‍सीनेशन का लक्ष्‍य

(एसओएस के द्वारा  पकडे गये  बन्दर  जिन्‍की नसबन्‍दी कर रोकी 
जायेगी बेतरती बढोत्‍तरी:फोटो वाइल्‍उ लाइफ एस ओ एस आगरा)
आगरा: बन्‍दरों की बढती संख्‍या और इसके फलस्‍वरूप उनके उत्‍पात शायद ही प्रदेश का कोयी
 जनपद त्रस्‍त न हो किन्‍तु ताज सिटी को इनकी बढवार से मुक्‍त करवाने की प्रभावी शुरूआत 55 बन्‍दरों को पकडे जाने के साथ हो गयी है। आगरा विकास प्रधिकरण और वाइल्‍ड लाइफ एस ओ एस के संयुक्‍त प्रयासों से इसका आरंभिक चरण प्रारंभ हुआ है। निजी और जन भागीदारी वाले इस अभियान में आगरा विकास प्राधिकरण के...
अलावा ,आगरा प्रशासन,भी वालल्‍ड लाइफ एस ओ एस के सहभागी है।वाइल्‍ड लाइफ एस ओ एस के प्रशिक्षित स्‍टाफ ने बन्‍दर पकडने की योजना को कार्यरूप दिया है।

मंडलायुक्‍त पदीप भटनागर ने कहा कि यह अभियान बन्‍दरों की बढती आबादी और उनके कारण जनजीवन को नकारात्‍मक रूप से प्रभावित होने वाली घटनाओं को दृष्‍टिगत जरूरी हो गया था और अब उम्‍मीद है कि इसके सकारात्‍मक परिणाम आयेंगे तथा जनताको राहत मिलेगी।पकडे गये बन्‍दरों की एस ओ एस आगरा की टीम की दूखरेख में नस बन्‍दी होगी, इसके बाद उन्‍हें एनटीरैबीज व टिटनस सुरक्षा के टीके लगाकर प्रशिक्षित स्‍टाफ की देखरेख में रखा जायेगा।आगरा विकास प्राधिकरण की उपाध्‍यक्ष सुश्री मनीशा त्रिघटिया ने कहा कि पहले चरण में 500 बन्‍दर पकडे जायेंगे ,उन्‍होंने कहा कि बन्‍दरों की संख्‍या में आया असंतुलन उनके द्वारा जनजीवन को प्रभावित करने का मुख्‍य कारण है।

डा अरुन शाह ने कहा कि आगरा बन्‍दरो की संख्‍या में बढोत्‍तरी के विस्‍फोटक चरण में पहुंचा हुआ है। पकडे गये बन्‍दरों में से अनेक मादायें है,जिनमें से कुछ के हाल में जन्‍म बच्‍चे भी उनके साथ ही पकड में आये थे ,जबकि कुछ गर्भबती भी थीं। इस प्रकारके दोनों ही मामलों में आप्रेशन नहीं किये गये हें।कार्तकेय सत्‍य नारायण ने कहा कि आगरा में बन्‍दरों की आबादीकेबढने का कारण धार्मिक भावनाओं से उन्‍हें लगातार अनुकूलस्‍थितियां बने रहना है, सहज ही उन्‍हे भरपेट भोजन मिलता है।मानव के साथ बनी इस असुंतलनकारी स्‍थिति से निपटने के लिये बन्‍दरों की नसबन्‍दी जरूरी हो गयी है। वाइल्‍ड लाइफ एस ओ एस के बैजूराज ने बताया कि जहां सभी बन्‍दर पकडे जायेंगे ,नसबन्‍दी और टीका करण के बाद उसी क्षेत्र में छोड दिेये जायेंगे।वाइल्‍ड लाइफ एस ओ एस दिल्‍ली आधारित वन्‍यजीवों के संरक्षण और पुनर्वास को प्रशस्‍त करवाने वाला संगठन है, सूर सरोवर बन क्षेत्र में इसके द्वारा बीयर रैस्‍क्‍यू सेटर और चुरमुरा के व्‍नय क्षेत्र में हाथीसंरक्षण केन्‍द्र संचालित किया जा रहा है।(वाइल्‍ड लाइफ एस ओ एस की कम्‍यूनिकेशन आफीसर सुश्री सुविधा भटनागर के प्रेषित डिस्‍पैच पर आधारित)