मॉरीशस के टीवी पर ढेर सारी बॉलीवुड फ़िल्में देखने को मिलती हैं
यदि देखा जाय तो मॉरीशस का ज़्यादातर हिस्सा अभी भी सांस्कृतिक रूप से भारतीय लगता है काफी कुछ नहीं बदला है। ऐसा लगता कि मॉरीशस में इतने लंबे समय तक टिके रहने के लिए भारतीय संस्कृति का आधार मज़बूत रहा होगा ।
यहाँ के टीवी पर ढेर सारी बॉलीवुड फ़िल्में और धारावाहिक देखने को मिलते हैं और मॉरीशसवासी इन फ़िल्मों को देखने के सदैव उत्सुक रहते हैं । किसी बॉलीवुड स्टार को मॉरीशस बुलाने की हिम्मत मत कीजिए, अन्यथा मॉरीशस में सार्वजनिक अवकाश घोषित करना पड़ सकता है ।
प्रवासी भारतीयों की कहानी
मॉरीशस में प्रवासी भारतीयों की कहानी भारत से अनुबंधित मज़दूरों के बड़े पैमाने पर प्रवास से शुरू होती है। 19वीं और 20वीं सदी के शुरुआती दौर में, हज़ारों भारतीयों को गन्ने के बागानों में काम करने के लिए मज़दूर के रूप में मॉरीशस लाया गया था। मज़दूरों के इस विशाल आगमन ने भारतीय मॉरीशस समुदाय की नींव रखी। आज, उनके वंशज मॉरीशस की आबादी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा हैं, जो अपनी भारतीय विरासत को संजोए हुए हैं और मॉरीशस के बहुसांस्कृतिक ताने बाने में घुल मिल रहे हैं।
यहाँ की भारतीय मूल की महिलाओं पर नज़र डालें, तो उन्हें उनकी भारतीय समकक्षों से अलग नहीं किया जा सकता है । उनका पहनावा भारतीय महिलाओं जैसा है । यहाँ तक कि यहाँ की युवा महिलाएँ भी इससे अछूती नहीं है। किन्तु वे अपनी भारतीय समकक्षों की तुलना में ज़्यादा पश्चिमी नज़र आती हैं।
यहाँ के लोग सदैव भारत और भारतीयों के बारे में बहुत कुछ अच्छा कहते हैं ज़्यादातर खुद को मॉरीशस के मूल निवासी भारतीय ही मानते हैं।