19 मई 2023

दो हजार के नोट की बंदी का आगरा की रोजमर्रा जिंदगी पर असर नहीं

 – सोने के प्रति बढ सकता है आकर्षण

सीमित असर ही पडेगा दोहजार के नोट प्रचलन से बाहर करने
को शुरू हुई प्रक्रिया का: आर के सचदेवा ।

आगरा:रिजर्व बैंक के द्वारा 2000 हजार रूपये के नोट चलन से बाहर करने की प्रक्रिया शुरू होने की आधिकारिक  जानकारी प्रकाश में आने भर का जनजीवन पर अप्रत्‍यक्ष असर पडा है।हालांकि सरकारी मीडिया की ओर से लगातार कहा जा रहा है कि दो हजार के नोट फिलहाल यथावत जारी हैं और उन्‍हें बैंकों से आसानी से बदला जा सकता है।लोग इन्‍हे अपने खाते में जमा करवा सकते हैं।

सरकारी माध्‍यम से प्रचारित जानकारी का तत्‍कालिक

असर नागरिकों के आपसी लेन देन पर पडा है यह बात अलग है कि यह कितना  है। शुक्रवार से जहां कारोबारी ग्राहकों को पेमेंट में दो हजार का नोट देने पर हतोत्‍साहित कर रहे हैं,वहीं स्‍वयं अपने पास जमा दो हजार के नोटों में से ज्‍यादा से ज्‍यादा को  लेनदेन कर  निपटा देना चाहते हैं। बैंक पटल पर जाकर नोट बदलवाने को लेकर लोगों में संकोच की स्‍थिति प्रतीत होती है।आधारकार्ड का बैंक एकाऊंट से कनैक्‍ट होना इसकी मुख्‍य वजह है।


आम नागरिक समझदार
करैसी की विश्‍वसनियता और परवर्तन शीलता
बनाये रखना बडी चूनौती।

लोक वित्‍त के  मामलों में खास जानकारी रखने वाले  शिक्षाविद श्री राजेन्‍द्र सचदेवा का कहना है कि दो हजार के नोट रिजर्व बैंक ने छापना तो पहले से ही बन्‍द किया हुआ था अब  चरणबद्ध तरीके से इन्‍हे पूरी तरह से बन्‍द किया जा रहा है। चूंकि ये नाट प्रचलन में कम ही है,इसलिये रिजर्ब बैंक के कदम का आम जनता पर असर कम ही असर पडेगा। 

श्री सचदेवा ने कहा कि जिन लोगों ने ज्‍यादा संख्‍या में नोट जमा कर रखे हैं,उन्‍हे जरूर मुश्‍किलों का सामना करना पड सकता है। लोगों के धन संचय और निवेश प्रवृत्‍ति पर भी असर पड सकता है,सक्षम वर्ग अब बडी संख्‍या में  सोना खरीदने को प्रवृत्‍त हो सकत हैं  ।अगर सोने के दामों में उछाल आता है,तो इस का मूल कारण सोने की मांग में बढोत्‍तरी होना ही होगा। 

श्री सचदेवा ने कहा कि  सामान्‍य नागरिक अब परपक्‍व है,उसे वित्‍त की आधार भूत जानकारियां है,फलवरूप उसके द्वारा इस उठाये गये कदम को अवैध रूप से संचित धन के प्रकटन के सरकारी प्रयास के रूप में देखा जा रहा है।

दो हजार के नोट लेनदेन में संकोच

फिलहाल पैट्रोल पंपों परग्राहको सेदोहजार केनोट लियेजाना बन्‍द किया जा चुका है। सब्‍जीमंडी,जूताकारोबार तथाटूरओरहोटल के धंधे में इसका असर सोमबार से दिखेगा।अगले दो तीन दिन डिजिटल की बहुलता के  लेनदेन केहोंगे।


2000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट वैध मुद्रा बने रहेंगे::रिजर्व बैंक


1_2000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट नवंबर 2016 में भारतीय रिज़र्व बैंक अधिनियम, 1934 की धारा 24(1) के अंतर्गत जारी किए गए थे। मुख्यतया, 500 एवं 1000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट, जो तब संचलन में थे, के वैध मुद्रा का दर्जा हटाने के पश्चात, अर्थव्यस्था में मुद्रा की आवश्यकता को जल्द पूरा करने के उद्देश्य से इन्हें जारी करने का निर्णय लिया गया था। संचलन में पर्याप्त मात्रा में अन्य मूल्यवर्ग के नोटों के उपलब्ध हो जाने से ₹2000 मूल्यवर्ग के नोट जारी करने का उद्देश्य पूरा हो गया। अतः वर्ष 2018-19 से रू 2000 मूल्यवर्ग के नोटों का मुद्रण बंद कर दिया गया।


2. जारी किए गए 2000 मूल्यवर्ग के करीब 89 प्रतिशत बैंकनोट 31 मार्च 2017 के पूर्व से संचलन में हैं एवं वे अपनी अनुमानित आयु सीमा, जो कि 4-5 वर्ष है, के अंत में हैं। 31 मार्च 2018 को इन नोटों की अधिकतम मात्रा ₹6.73 लाख करोड़ रुपये (संचलन में नोटों का 37.3 प्रतिशत) थी, जो 31 मार्च, 2023 को घटकर 3.62 लाख करोड़ रुपये (जो संचलन में नोटों का 10.8 प्रतिशत) हो गयी है। यह भी देखा गया है कि ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंकनोट लेन-देन के लिए आमतौर पर उपयोग में नहीं लिए जा रहे हैं। इसके अलावा, अर्थव्यवस्था की आवश्यकता पूर्ति के लिए अन्य मूल्यवर्ग के नोटों की पर्याप्त मात्रा उपलब्ध है।


3. उपर्युक्त कारणों से एवं भारतीय रिज़र्व बैंक की ‘स्वच्छ मुद्रा नीति’ को ध्यान में रखते हुए ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंकनोटों को संचलन से वापस लेने का निर्णय लिया गया है।


4. ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंक नोट वैध मुद्रा बने रहेंगे।


5. यह भी उल्लेख है कि भारतीय रिज़र्व बैंक ने इसी प्रकार वर्ष 2013-14 में संचलन से नोटों को हटाने का कार्य किया था।


6. तदनुसार, जनसाधारण ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को अपने बैंक खाते में जमा कर सकते हैं/अथवा किसी भी बैंक शाखा पर अन्य मूल्यवर्ग के बैंक नोटों में बदल सकते हैं। बैंक खातों में जमा करने की प्रक्रिया सामान्य रूप में ही रहेगी, अर्थात बिना किसी प्रतिबंध के और वर्तमान अनुदेशों तथा अन्य लागू सांविधिक प्रावधानों के अधीन होगी।


7. परिचालनात्मक सुविधा को सुनिश्चित करने की दृष्टि से तथा बैंक शाखाओं के नियमित कार्यकलापों को बाधित किए बिना एक समय में ₹2000 मूल्यवर्ग के ₹20000 तक की राशि को 23 मई, 2023 से किसी भी बैंक में अन्य बैंक नोटों के लिए बदला जा सकता है।


8. इस कार्य को समयबद्ध रूप से पूरा करने के लिए तथा जनसाधारण को ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को जमा करने/अथवा बदलने के लिए पर्याप्त समय देने हेतु सभी बैंक ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को जमा करने/अथवा बदलने की सुविधा 30 सितम्बर, 2023 तक उपलब्ध कराते रहेंगे। बैंकों को को इस संबंध में अलग से दिशानिर्देश जारी किए गए हैं।


9. रू  2000 मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को एक समय में ₹20,000 राशि तक बदलने की सुविधा भारतीय रिज़र्व बैंक के उन 19 क्षेत्रीय कार्यालयों में भी 23 मई, 2023 से उपलब्ध रहेगी जहां निर्गम विभाग1 स्थित हैं।


10. भारतीय रिज़र्व बैंक ने बैंकों को सूचित किया है कि वे तुरंत प्रभाव से ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को जारी करना बंद कर दें।


11. जनसाधारण को प्रोत्साहित किया जाता है कि वे ₹2000 मूल्यवर्ग के बैंक नोटों को जमा करने/अथवा बदलने के लिए 30 सितम्बर, 2023 तक की समयावधि का उपयोग करें। जनसाधारण की सूचना और सुविधा के लिए इस संबंध में प्रायः पूछे जाने वाले प्रश्न(एफएक्यू) को भारतीय रिज़र्व बैंक की वेबसाइट(हाइपरलिंक) पर डाला गया है।