-- प्राधिकरण के द्वारा करवाये गये सर्वेक्षण के बाद की प्रक्रिया शुरू की जाये
चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया
कि नवीन ट्रांसपोर्ट नगर शहर से बाहर स्थापित जाना कई सालों से प्रस्तावित है।उन्होंने बताया कि आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पेंसिया ने नवीन ट्रांसपोर्ट नगर शहर से स्थापित करने के लिए आगरा दिल्ली हाईवे पर रुनकता के आसपास जगह चिन्हित करने के लिए कुछ माह पूर्व सर्वेक्षण भी कराया था।बताया गया
कि चेंबर द्वारा आगरा विकास प्राधिकरण को रुनकता से न्यू दक्षिणी बाईपास की ओर जगह
चिन्हित करने के लिए सुझाव प्रेषित किया था क्योंकि न्यू दिक्षीणी बाईपास मार्ग
शहर की सभी सड़कों एवं हाईवे मार्गों को अच्छी तरह जोड़ता है। इस तरह वाहनों के
आवागमन के लिए यह स्थान बहुत ही सुविधाजनक है।
द्वितीय, अधिकांश वाहन शहर से बहार होकर
इसी मार्ग से गुजरते हैं और ग्वालियर
जयपुर दिल्ली की ओर से आने जाने वाले वाहनों के लिए भी इस स्थान पर नवीन
ट्रांसपोर्ट नगर सुविधाजनक रहेगा।
यह भी
जानकारी में लाया गया कि नई दक्षिणी बइपास
के आसपास काफी जमीन भी उपलब्ध है और किसान सस्ती दर पर जमीन विक्रय करने के
लिए तत्पर हैं।
चैंबर की ट्रैफिक एंड सिटी ट्रांसपोर्ट सेल के
चेयरमैन वीरेंद्र गुप्ता ने बताया कि वर्तमान ट्रांसपोर्ट नगर शहर के मध्य में आ
जाने से प्रदूषण के मानकों को बुरी तरह प्रभावित कर रहा है और वाहनों के आवागमन कठिनाईपूर्ण हो गया है। प्रदूषण बढ़ने
से स्वस्थ पर भी विपरीत प्रभाव पड़ रहा है।
चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि चेंबर
द्वारा माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार, मंडलायुक्त
आगरा मंडल आगरा एवं आगरा विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष डॉ. राजेंद्र पेंसिया को
पत्र लिखकर अनुरोध किया गया है कि वे शीघ्र से शीघ्र नवीन ट्रांसपोर्ट नगर की
स्थापना हेतु रुनकता आसपास नई दक्षिणी बाईपास की ओर जगह चिन्हित करने के लिए
सर्वेक्षण कराएं और इस प्रस्ताव को सरकार
की मंजूरी के लिए प्रेषित करें।
बैठक में चेंबर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल, उपाध्यक्ष अनिल अग्रवाल, उपाध्यक्ष
सुनील सिंघल, कोषाध्यक्ष गोपाल खंडेलवाल,ट्रैफिक एंड सिटी सेल के चेयरमैन वीरेंद्र गुप्ता मनोज गुप्ता, नितेश अग्रवाल, मुरारी लाल गोयल, संजीव गुप्ता, सतीश अग्रवाल, मनोज
अग्रवाल, मुकेश फतेहपुरिया, राजेश
अग्रवाल, राकेश सिंघल, अम्बा प्रसाद
गर्ग, रविंद्र अग्रवाल, पवन पैंगोरिया
आदि मुख्य रूप से उपस्थित थे।
1975 में बना था मौजूदा ट्रांसपोर्ट नगर
उल्लेखनीय
है कि आगरा का ट्रांसपोर्ट नगर इमरजैंसी के समय स्व संजय गांधी के आगरा दौरे के
समय आगरा के विकास के सम्बन्ध में लिये गये उन कुछ निर्णयों में से एक है जिनका महानगर की इकनामी
में महत्वपूर्ण दीर्घगामी असर रहा। इसी दौरे के
समय आगरा विकास प्राधिकरण भी बनाया गया था,जो कि वर्तमान में महानगर के विकास में नोडल एजैंसी की भूमिका में है।
ट्रांसपोर्ट नगर बनाये जाने से पूर्व अधिकांश ट्रांसपोर्ट कंपनियां, वर्कशाप आदि दरेसी,यमुना किनारा,बेलनगंज और किला-आगरा फोर्ट रोड पर ही थे।