3 सितंबर 2021

आगरा में सूर सरोवर 'रिसोर्स सेंटर ' बैहतर सुविधायुक्‍त करने को चैंम्‍बर ने की पेशकश

-- राष्‍ट्रीय चम्‍बल सेंचुरी प्रशासन के साथ शीघ्र ही चैंबर की बैठक

 चैंबर अध्‍यक्ष मनीष अग्रवाल (दांय) साथ में हैं,पूर्व 
अध्‍यक्ष सीता राम जी एवं जर्नलिस्‍ट राजीव सक्‍सेना।

आगरा:नेशनल चैम्बर आफ कामर्स ऐंड इंडस्‍ट्रीज यू पी आगरा के अध्‍यक्ष श्री मनीष अग्रवाल के नेतृत्‍व में चैम्‍बर की टीम ने  अध्यक्ष मनीष अग्रवाल की अध्यक्षता में सूर सरोवर स्थित रिसोर्स सेंटर का चैम्बर की टीम ने निरिक्षण किया। उन्होंने कहा कि रिसोर्स सेंटर ( प्रकृति अध्ययन केन्द्र सूर सरोवर) सूर सरोवर सेंचुरी परिसर का अहम स्थान है। नेशनल  चैम्बर आफ इंडस्ट्रीज ऐंड कामर्स, यू.पी. आगरा  अपने जनसरोकार के कार्यों के तहत इसे ज्ञानबर्धन तथा पर्यावरण संबधित  केन्द्र के रूप में इसे अधिक उपयोगी बनाये जाने में योगदान देने को उत्सुक है। वर्तमान में इसमें रीडिंग, ग्रुप डिस्कशन, विजिटर फैसेलिटी संबधित सीमित व्यवस्थायें है ,जिन्हें अधिक व्यवस्थित किया जा सकता है। सेंचुरी प्रशासन के सहयोग से पूर्व में इन्हें जलाधिकार फाऊंडेशन की आगरा इकाई के द्वारा इन्हें शुरू करवा के  इसकी फेस लिफ्टिंग करवाने का प्रयास किया गया था । जरूरत की सुविधायें भी यहां उपलब्ध करवायी गयी थीं । अब चैंबर इसमें  अन्य सुधार तथा अधिक सुविधाजनक करवाने में योगदान देने का उत्सुक है ।

चैंम्बर अध्यक्ष श्री मनीष अगवाल ने रिसोर्स सेंटर का निरीक्षण कर कहा  कि सूर सरोवर पक्षी अभ्यारण्य परिसर एक इंटरनेशनल आवाजाही वाला महत्वपूर्ण स्थल है। यहां यथा संभव उच्चीकृत सुविधायें किया जाना अपेक्षित है। सेंचुरी प्रबंधन से अनुरोध है कि चैंबर से जो संभव हो सके वह सुझाव भेजे।  श्री अग्रवाल ने कहा कि इस परिसर को विजिट करने वाले सुखानुभूति करने के साथ यहां से पर्यावरण और वन्यजीव संरक्षण के प्रति प्रेरित हो तभी सेंचुरी की आगरा मे मौजूदगी अधिक सार्थक  होगी।
जलाधिकार फाउंडेशन के राजीव सक्सेना ने कहा कि आगरा में केवल सूर सरोवर पक्षी अभ्यारण्य ही नहीं अन्य राष्ट्रीय चम्बल सैंचुरी प्रोजेक्ट के तहत प्रबंधित अन्य पटना पक्षी बहार, समान पक्षी विहार चम्बल सेंचुरी भी हैं। लॉयन सफारी अब चम्बल सेंचुरी प्रोजेक्ट के तहत प्रबंधन में तो नहीं है, किन्तु ईको टूरिज्म पसंद करने वालों के लिये यह भी अपने आप मे अच्छा खासा आकर्षण है।उपरोक्‍त सभी के बारे में जानकारी विजिटरों को उपलब्‍ध करवाने और ईको टूरिज्‍म को प्रेरित करने का माध्‍यम रिसोर्स सेंटर हो सकता है। 

 चैंबर के पूर्व अध्यक्ष श्री सीता राम जी ने कहा कि चैम्बर के टूरिज्म प्रकोष्ठ  के माध्यम से, राष्ट्रीय चम्बल सेंचुरी प्रोजेक्ट के सभी  सेंचुरी परिसरों की शारीपुर जैन तीर्थ के टूर पैटर्न पर आगरा से रोज टूर आपरेट करवाने की कार्ययोजना चम्बल सैंचुरी प्रशासन और मंडल आयुक्त से संभव करवाने का अनुरोध करेगा। शासन की नीतियों के अनुसार सैंचुरियों का भ्रमण ईको टूरिज्म का भाग है,ग्रुप के रूप में आने वाले टूरिस्ट में से कई तो टूर गाइडों व  एजेंटो के माध्यम से सैंचुरियों का भ्रमण करने  काफी संख्या में वर्तमान में भी सेंचुरियों का भ्रमण करने पहुंचते रहते हैं किन्तु परिवारों र व्यक्तिगत रूप से भ्रमण पर आने वालों ('outbound' tourist) के लिये  अनुकूल और प्रेरक योजना की जरूरत है।

चैंबर के पूर्व अध्‍यक्ष एवं पर्यावरण सैल के चेयरमैन श्री राजीव गुप्‍ता का मानना है कि ईको टूरिज्म और एडवेंचर टूरिज्म के भ्रमणार्थियों के लिये जो मानक संचालन प्रक्रिया (Standard Operating Procedures -SOP)या गाइडलाइंस निर्धारित है उनको जनजानकारी में लाये जाने के लिये भी चैंबर योगदान देगी।ईको टूरिजम और एडवेंचार टूरिज्‍म से संबधित स्‍थानों के प्रबंधन की सामान्‍य दर्शनिय स्‍थलों पर पहुचने वाले   भ्रमणार्थियों से अलग प्रकार की अपेक्षायें होती हैं।