4 जनवरी 2021

भारत की कोविड वैक्सीन विज्ञान की लम्‍बी छलांग

 

उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति श्री एम. वेंकैया नायडू ने कल दो कोविड वैक्‍सीनों के आपातकालीन उपयोग की मंजूरी मिलने की सराहना की। उन्‍होंने इसे विज्ञान की लम्‍बी छलांग बताते हुए कहा कि इससे मानवता बड़े पैमाने पर लाभान्वित होगी। आज सोशल मीडिया पर लिखते हुए उपराष्‍ट्रपति ने इस बात पर जोर दिया कि यह उपलब्धि इस बात का संकेत है कि आत्‍मनिर्भर भारत न केवल भारतीयों को बल्कि बड़े पैमाने पर मानवता को भी लाभ पहुंचा सकता है। पिछले वर्ष कोविड-19 की रोकथाम में देश द्वारा दर्शाए गए राष्ट्रीय संकल्प की सराहना करते हुए श्री नायडू ने इस वर्ष के दौरान भी लोगों तक वैक्सीन पहुंचाने के लिए इसी भावना से काम करने का आह्वान किया।

श्री नायडू ने कहा कि भारत इस बहुत जरूरत वाली वैक्सीन का बड़ी मात्रा में उत्पादन करने की अपनी योग्‍यता और क्षमता का प्रदर्शन करते हुए इस घातक बीमारी से मानवता की रक्षा करने में सबसे आगे रहा है। भारत की स्वदेशी वैक्सीन (कोवैक्‍सीन) में पूरे वायरस की पहुंच पर आधारित कुछ अनूठी

विशेषताएं हैं। यह एक सराहनीय उपलब्धि है और दूरदर्शी मजबूत तथा उत्साही प्रयासों के लिए सभी संबंधित व्‍यक्ति बधाई के पात्र हैं।

श्री नायडू ने कहा कि वैक्‍सीन की घोषणा के साथ भारत की विज्ञान क्षेत्र में यह छलांग आत्‍मनिर्भर भारत की भावना को स्पष्ट रूप से दर्शाती है। यह दर्शाता है कि आत्मनिर्भर भारत का अर्थ केवल अपने लोगों के लिए ही नहीं बल्कि पूरे विश्‍व के लोगों के लिए भी है। भारत एक महान गणना के इस महत्वपूर्ण क्षण में मजबूती से खड़ा है। यह अपनी उपलब्धि साझा करने और सभी की देखभाल करने के हमारे लोकाचार को भी दर्शाता है। जल्द ही वैक्सीन लगनी शुरू हो जाएगी, जो पिछले वर्ष के दु:ख और चिंता को पीछे छोड़ने की दिशा में एक शुरुआत होगी।