8 जून 2020

प्रकृति‍ के प्रति‍ संवेदनशीलता बनाये रखने से ही जगत कल्‍याण

-- जलाधि‍कार फाऊंडेश  की 'बेबि‍नॉर ' जमकर उठाये गये ज्‍वलंत मुद्दे ,बताये मौलि‍क चि‍तन
जलाधि‍कार फाऊंडेश  की 'बेबि‍नॉर :प्रकृति‍ का संरक्षण सबसे अहम
 आगरा: जलाधि‍कार फंऊंडेशन के द्वारा पर्यावरण और जलसंरक्षण के मुद्दे पर इंटरनेशनल स्‍तर का बेबीनार आयोजि‍त कि‍या गया। स्‍टेज , खुली स्‍वस्‍थ्‍य बहस के आदि‍ आयोजन के सहभागि‍यों को लगा जो वह कहना चाहेंगे  कहलेंगे खुली बहस की कम ही गुजायि‍श रहेगी। कि‍न्‍तु अनुभवों और कानूनी स्‍थति‍यों पर क्‍ताओं के द्वारा अपनी बात रखना शरू  कि‍या गया तो सबकुछ उलट था । अपनी बात कहने  के साथ ही उस पर धृढता से टि‍के रहने को भरपूर तर्क देने पडे । 
श्री कृष्‍ण गोपाल जी पर्यावरण एक्‍टि‍वि‍स्‍ट होने के साथ ही भारतीय जनता पार्टी वि‍त्‍तीय सम्‍बन्‍धी नीति‍यों के राष्‍ट्रीय प्रवक्‍ता
भी है।इस लि‍ये उनको अन्‍यों की अपेक्षा उठाये गये मुद्दों पर वकताओं को संतोशकारी जबाब देने मे कुछ ज्‍यादा ही  मेहनत करनी पडी।
हालांकि‍ यह कार्यक्रम  अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण दिवस के परि‍प्रेक्ष्‍य मे ही आयोजि‍त था कि‍न्‍तु इसमें उठाये गये मुद्दों में से अधि‍कांश राष्‍ट्रीय महत्‍व के और पर्यावरण संरक्षण को दृष्‍टि‍गत स्‍थायी महत्‍व के ही थे। 
 बेबीनार की अध्यक्षता परमार्थ निकेतन आश्रम ऋषिकेश से प्रख्यात संत एवं मां गंगा सहित पर्यावरण के लिए विश्व भर में प्रयासरत  स्वामी चि. जी ने करते हुए  उम्‍मीद जतायी कि‍ प्रकृति संरक्षण के प्रति‍ प्रति‍बद्धता का भाव समाज के सभी वर्गों नि‍रंतर मजबूत होते जाना चाहि‍ये। l विषय प्रवर्तन राष्ट्रीय अध्यक्ष जलाधिकार फाउंडेशन एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता इकोनॉमिक फोरम भारतीय जनता पार्टी श्री गोपाल कृष्ण जी ने करते हुए मौजूदा बनी हुई स्‍थति‍ पर बोलते हुए कहा कि‍ वह वक्‍त अब ज्‍यादा दूर नहीं जबकि हम आदर्श लक्ष्‍यों को प्राप्‍त करने की ओर बढेंगे। 
पैनलिस्ट में विख्यात चिक्तिसक डॉ मन्नूलाल सिंगापुर से, कमिश्नर श्री पंकज सिंघानिया , डॉ श्याम अग्रवाल, श्री मयंक पांडेय जी, इंजी दिवाकर तिवारी, श्री गोपाल कृष्ण जी, डॉ उमाकांत रहे जिन्होंने जलाधिकार द्वारा बनाये गए 10 प्रश्नों के पत्र के विभिन्न प्रश्नों पर चर्चा की ।
' केवल जागरूकता नहीं फसलों को अंजाम तक पहुंचाने की जरूरत '
बेबीनार में श्री अवधेश उपाध्याय राष्ट्रीय सचिव मार्गदर्शक आगरा टीम, अध्यक्ष डॉ अनुराग शर्मा, श्री राजकुमार जी, नितिन अग्रवाल जी का मार्गदर्शन रहा l नितिन जी विनीत जी ने बेबीनार के प्रसारण की जिम्मेदारी संभाली l बेबीनार में यूएसए चेप्टर से चिति अग्रवाल जी एवं कनाडा, दुबई चेप्टर सहित भारत के विभिन्न प्रांतों के जलाधिकार फाउंडेशन के वालंटियर , प्रोफेसर, शिक्षक एवं विभिन्न क्षेत्रों के विषय विशेषज्ञों ने सहभागिता की l
सेक्रेटरी जलाधिकार फाउंडेशन आगरा चेप्टर lबेबीनार का संचालन फाउंडेशन के राष्ट्रीय महासचिव एवं जाने माने चार्टड एकाउंटेंट श्री कैलाश गोदुका जी ने किया l 
आगगरा चैप्‍टर के सैकेट्री इं. डी के ति‍बारी ने कहा कि‍ बेबि‍नॉर में वि‍शय बि‍न्‍दुओं पर बोलने के साथ ही अनेक वक्‍ताओं ने अपने मौलि‍क चि‍तन व अनुभवों से भी ज्ञनबर्धन कि‍या। बेबि‍नॉर को रि‍कार्ड कि‍या गया है औरजब भी कोवि‍ड -19 के प्रकोप से फुर्सत मि‍लेगी बेबीनॉर की रि‍कार्डि‍ग का मल्‍टीमीडि‍या प्रजेटेशन कि‍या जायेगा। 
श्री अवधेश उपाध्‍याय ने कहा है कि‍ वर्तमान में भरत मानवीय कूट क्रमो के कारण 'जैवि‍क आपदा' कोरोना संक्रमण से जरूर जूझरहा हे कि‍न्‍तु नाकारात्‍मकता में भी एक सकारात्‍मक पक्ष सामने आया है कि‍ टेक्‍नेलाजी पर भरपूर धन खर्च करने के बावजूद थोडा सा अनुशासन बर्तने मात्र से देश भर की नदि‍यां, घाट, समुद्री तट एक दम साफ हो गये। जंगल और उपवन बनचरों से भरपूर हो गये। उन्‍होंने उम्‍मीद जतायी कि‍ जैवि‍क आपदा फेलाने का दोशी 'चीन ' अगर खुद नहीं संभला तो वक्‍त खुद उसके अहंकार को नष्‍ट करदेगा।