8 जून 2020

आगरा सि‍वि‍ल एन्‍कलेव शि‍फ्टि‍ग के प्रोजेक्‍ट पर शीघ्र काम शुरू होगा


ढाचागत सुवि‍धाओं उद्योगों की सूची से  बाहर होने के बाद अब कोयी प्रत्‍यक्ष  बाधा नहीं  

कोशिश  है काम शीघ्र शुरू हो: सांसद राजकुमार चाहर

आगरा: सि‍वि‍ल एन्‍कलेव का जन पहुँच  में होना आगरा की एक अहम जरूरत है और जनपद के आर्थि‍क वि‍कास अहम के लि‍ये आवश्यक  है। इसके लि‍ये एयरफोर्स  स्‍टेशन खेरि‍या के परि‍सर में स्‍थि‍त सि‍वि‍ल एन्‍कलेव के ' धनौली-बल्‍हेरा-अभुआपुरा' गांवों की जमीन पर शि‍फ्टि‍ग होने सबधी प्रोजेक्‍ट का क्रि‍यान्‍वयन करने का काम तेजी से कि‍या जाना चाहि‍ये। इस आशय का एक पत्र फतेहपुर सीकरी क्षेत्र के सांसद श्री राजकुमार चाहर ने  एयरपोर्ट्र अथार्टी के चेयरमैन को लि‍खा है। 
श्री चाहर जो कि‍ आगरा में नागरि‍क उड्डयन सेवायें जन पूरक  बनाये जाने की जरूरत के अनुकूल ढाचागत सुवि‍धाओं को वि‍स्‍तार की मांग करती रही   'सि‍वि‍ल सोसायटी आगरा' के अध्‍यक्ष डा शि‍रोमणी सि‍ह एवं जर्नल सैकेट्री अनि‍ल शर्मा से अपने नि‍वास पर वार्ता कर रहे थे ,ने कहा कि‍ ढाचागत सुवि‍धाओं का वि‍स्‍तार एवं सृजन जब पर्यावरण को दृष्‍टि‍गत सूची से बाहर कर दि‍या गया है तो उन्‍हे नहीं लगता कि‍ शि‍फ्टंग जैसे ढाचागत प्रोजेक्‍ट के क्रि‍यान्‍वयन
में कोयी दि‍क्‍कत रह गयी है।
काल्‍पनि‍क धारणाओं बाधक नहीं बनने दि‍या जायेगा
सांसद आवास के कैंप आफि‍स में सि‍वि‍ल सोसयटी ने टी टी जैड ए की
 मीटि‍गों में अटके कई प्रोजेक्‍टो पर  की सांसद से चर्चा
श्री चाहर ने कहा कि‍ ताज ट्रि‍पेजि‍यम वाद( एमसी मेहता बनाम संघ सरकार) में प्रदूषण नि‍यंत्रण बोर्ड भारत सरकार तथा सरकारी पक्ष के द्वारा की जा रही पैरोकारी  को लेकर कुछ बि‍न्‍दू उनके संज्ञान में लाये गये हैं । इस सम्‍बन्‍ध में वह केन्‍द्र सरकार के संबधि‍त वि‍भागों से जानकारी लेंगे ।उन्‍होंने कहा कि‍ ताजमहल की सुरक्षा को लेकर कि‍सी भी अन्‍य की तुलना में आगरा के नागरि‍क सबसे ज्‍यादा गंभीर हैं और मुझ सहि‍त कोयी भी ऐसा कार्य नहीं करना चाहगा जि‍ससे कि‍ वि‍श्‍वदाय स्‍मारक पर कि‍सी भी प्रकार का प्रति‍कूल असर पडे। लेकि‍न जब वि‍धि के शीर्ष नि‍काय के समक्ष मामला वि‍चारणीय हो तो काल्‍पनि‍क अवधारणाओं के आधार पर शंकाये जता कर मामले को लम्‍बि‍त रहने देने के लि‍ये हरसंभव कोशिश करेंगे। 
यह शि‍फ्टि‍ग प्रोजेक्‍ट है नया नहीं 
सि‍वि‍ल सोसायटी के जनरल सैकेट्री  श्री अनि‍ल शर्मा ने सांसद को बताया कि‍ धनौली प्रोजेक्‍ट मौजूदा सि‍वि‍ल एन्‍केलव की शि‍फ्टि‍ग का है,जबकि‍ ताज ट्रि‍पेजि‍यम जोन अथार्टी ( टी टी जैड ए) से लेकर भारत सरकार के संबधि‍त वि‍भाग इस नये प्रोजैक्‍ट के रूप में प्रस्‍तुत कर वि‍भि‍न्‍न अनुमति‍यां अपनी मुश्‍कि‍लें बढाने के साथ ही प्रोजेक्‍ट के क्रि‍यान्‍वयन में वि‍लमब का कारण उत्‍पन्‍न करते रहे हैं। 
श्री शर्मा ने कहा कि‍ रक्षात्‍मक कारणों से ताजमहल का एयर कवर नो फ्लाइंग जोन है । इस लि‍ये ताजमहल को हवाई जहाजों की उडान से कि‍सी भी प्रकार के पर्यावरणीय खतरे की बात कहना एक नागरि‍क के रूप में उन्‍हे अस्‍वीकार्य है । सि‍वि‍ल फ्लाइट्स को भी टेकआफ और लैंडि‍ग के लि‍ये वर्तमान की तरह ही उसी फनल एरि‍या का इस्‍तेमाल करते रहना जो एयर फोर्स स्‍टेशन आगरा का है ओर जि‍सकी जानकारि‍यों में अधि‍कांश क्‍लासीफाइड श्रेणी की हैं, ना हीं सि‍वल अथार्टी को इनके संबध में कुछ कहने या जानकारि‍यां लेने के ज्‍यादा अधि‍कार हैं। 
अपर लेअर को लेकर प्रदूषण  की  चि‍ता गैर जरूरी 
सि‍वि‍ल सोसायटी के अध्‍यक्ष डा शि‍रोमणी सि‍ह ने कहा कि‍ पि‍छले बीस साल से वह पार्षद हैं, इस लि‍ये वी आई पी वि‍जि‍टों के कारण खेरि‍या एयरपोर्ट और सि‍वि‍ल एन्‍कलेव तक उनका आना जाना लगातार बना रहा है।अपने अनुभवों व समयसमय पर मि‍लती रही जानकारि‍यों के के आधार पर वह इतना जरूर कह सकते हैं कि‍ टेक आफ और लैंडि‍ग के लि‍ये इस्‍तेमाल कि‍या जाने वाला एयर   फोर्स स्‍टेशन आगरा का फनल एरि‍या और आगे की उडान को वायुयानों के द्वारा इस्‍तेमाल कि‍या जाने वाला एयरकॉरीडोर ताज ट्रि‍पेजि‍यम जोन के लि‍ये अध्‍ययन कर चि‍न्‍हि‍त प्रदूषण कारकों की सीमा से कहीं ऊपर है। इस लि‍ये  वायुमंडल की अपरलेयर ( लगभग बादलों की सतह ) की ऊंचायी की गतवि‍धि‍यों को नि‍यंत्रि‍त करना या अध्‍ययन कर कार्य योजना बनाना ताज ट्रि‍पेजि‍यम जोन के अधि‍कार क्षेत्र में वि‍चारणी नहीं रहे।