3 जून 2020

'लॉकडाउन' के दौरान हुए जन उत्‍पीडन को लेकर हाईाकेर्ट जायेगी राष्‍ट्रीय व्‍यापारी पार्टी

-- टूटे अर्थतंत्र के बाबजूद मोटरव्‍हैकि‍ल एकट में जमकर काटे गये चालान   
रवि‍ प्रकाश  अग्रवाल
अध्‍यक्ष  राष्‍ट्रीय व्‍यापारी पार्टी
         
  आगरा: वैश्विक कोरोना वायरस संक्रमण काल में आगरा सहि‍त राज्‍य भर  में नागरि‍को का जमकर उत्‍पीडन हुआ। नागरि‍कों  को प्रशासनि‍क व्‍यवस्‍था के नाम पर राज्‍य नौकर शाही में शामि‍ल उन लोगों के उत्‍पीडन का बडे पैमाने पर शि‍कार होना पडा जि‍नका नगरिको के  स्‍वास्‍थ्‍य व उनके अधि‍कारों से कोयी लेना देना नहीं था। यह कहना है राष्‍ट्रीय व्‍यापारी पार्टी( आर वी पी ) के राष्‍ट्रीय अध्‍यक्ष श्री रवि प्रकाश अग्रवाल का । कमला नगर स्‍थि‍त पार्टी कार्यालय पर आहूत पत्रकार वार्ता को सम्‍बोधि‍त करते हुए श्री अग्रवाल ने कहा कि  भारत सरकार द्वारा गत 24 मार्च से पूरे देश में किए गए लॉक डाउन घोषि‍त कि‍या गया था। केन्‍द्र सरकार के द्वारा स्‍पष्‍ट तौर पर कहा गया था कि जरूरी सामान लेने के लि‍ये ही नागरि‍क घरों से बाहर नि‍कलें। लेकि‍न  आगरा सहित उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में पुलिस द्वारा दुपहिया, चार पहिया वाहन चालकों का न केवल शोषण किया गया है बल्कि सबक सि‍खाने के नाम पर जमकर चालान काटे गये।
श्री अग्रवाल ने कहा कि सबसे अधि‍क कष्‍टकारी यह है कि सरकारी अफसरशाही संज्ञान में लायी जाने वाली घटनाओं तक में लगातार उदासीन रही अपरोक्ष रूप से यह राज्‍य संरक्षि‍त जनउत्‍पीडन था। उन्‍होंने कहा कि अब इसके खिलाफ राष्ट्रीय व्यापारी पार्टी शीघ्र विभिन्न पीड़ितों के साथ हाई कोर्ट
जायेगी।
डि‍सास्‍टर मैनेजमैंट एक्‍ट - 2005 का जमकर दुरोपयोग हुआ 
उन्‍होंने बताया कि‍  एक ओर महीनों से पटरी से उतरे अर्थतंत्र के कारण महानगर में आय शून्‍यता के हालात बने हुए थे वहीं दूसरी ओर मोटर व्‍हैकि‍ल एक्‍ट में जमकर चालान काटे जा रहे थे।   'डि‍सास्‍टर मैनेजमैंट -2005' का उ प्र में जि‍तना जमकर दुरोपयोग हुआ शायद ही देश के कि‍सी दूसरे राज्‍य में हुआ हो। 
उन्होने बताया कि वि‍भि‍न्‍न माध्‍यमों से पार्टी को मि‍लती रही जानकारि‍यों में पिछ्ले 70 दिनों में पुलिस ने उन लोगों को भी नहीं बख्‍शा जो घर से दवा, खाद्य सामिग्री या अन्य जरुरी काम को निकलते थे।  इस प्रकार के लोगों को न केवल दुर्व्यवहार किया बल्कि उनके वाहनों पर अनाधिकृत रूप से 5 हजार रुपये से 11 हजार रुपये तक के जुर्माने भी किये गये हैं । यह सरासर गलत व विधिविरुद्ध कृत्य है सत्‍तपक्ष ने भी पुलिस के इस गैर संवैधानिक व अमानवीय पक्ष पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया व्यक्त नहीं की है। उन्‍होंने  कमलानगर व्यापारी के साथ की गई मारपीट हो या कोतवाली थाने की पायचौकी में बन्द कर युवक की पिटाई व 11 हजार रुपये का चालान ज्‍यादती की मानक घटना बताते हुए कहा कि‍ कोयी भी सोशल ग्रुप या सरकारी एजैंसी जांच करले पुलि‍स का काम गलत ही पाया जायेगा। 
जनता जानकारि‍यां भेजे
श्री रविप्रकाश अग्रवाल ने बताया की इन मामलों को लेकर राष्ट्रीय व्यापारी पार्टी शीघ्र विधिक लड़ाई लड़ेगी। इसके लिए इलाहाबाद उच्च न्यायालय में पुलिस प्रशासन के खिलाफ याचिका दायर की जाएगी। उन्होने लॉक डाउन के दौरान इस तरह के किये गये चालान व उत्पीड़ित लोगों का आव्हान करते हुये अपील की है कि ऐसे पुलिस चालान की प्रति व अपना आधार उनके वॉट्सएप्प नम्बर 9412254568, नगर अध्यक्ष विनय पुरवार 9837005990 या राष्ट्रीय प्रवक्ता को 9837282347 पर शीघ्र भेजें, ताकि उनकी चालानी रकम को निरस्त कराने न्यायालय में की जा रही याचिका में शामिल किया जा सके।