24 फ़रवरी 2020

अहमदाबाद में ‘नमस्‍ते ट्रंप’ कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी का समापन संबोधन

Mr. President, जहां से आपने भारतीयों को संबोधित किया है, वो दुनिया का सबसे बड़ा स्टेडियम है। खेल संबंधित कुछ सुविधाएं यहां अभी Under-Construction हैं। फिर भी यहां आपका यहां आना, खेल जगत से जुड़े हर व्यक्ति को भी उत्साहित करेगा। मैं, गुजरात क्रिकेट एसोसिएशन का भी धन्यवाद करता हूं। उन्होंने ये शानदार venue इस कार्यक्रम के लिए उपलब्ध कराया। हो सकता है इससे उनके completion timetable में कुछ परिवर्तन आया हो, लेकिन मुझे पूरा विश्वास है कि वो इसे make-up कर लेंगे।साथियों,दो व्यक्ति हों या दो देशों के संबंध, उसका सबसे बड़ा आधार होता है विश्वास, एक दूसरे पर Trust. हमारे यहां कहा भी गया है-तन् मित्रम् यत्र विश्वास:॥ यानि Friendship is where trust is unshakable.पिछले कुछ वर्षों में, भारत और अमेरिका के बीच विश्वास जिस नई ऊँचाई पर पहुंचा है, जितना मजबूत हुआ है, वो ऐतिहासिक है। अमेरिका की अपनी यात्राओं में, मैंने इस विश्वास को दिनों-दिन मजबूत होते देखा है।

मुझे याद है, जब मैं वॉशिंगटन में प्रेसिडेंट ट्रंप से पहली बार मिला था, तो उन्होंने मुझे कहा था – “India has a true friend in the White House”.

प्रेसिडेंट ट्रंप ने भारत के प्रति अपने इस विशेष प्यार को हमेशा प्रदर्शित किया है।  जब व्हाइट हाउस में दीवाली मनाई जाती है, तो अमेरिका में रहने वाले 40 लाख भारतीय भी, अमेरिका की समृद्धि और प्रगति के सहयात्री होने पर गर्व महसूस करते हैं।

साथियों

अमेरिका की तरह ही आज भारत में भी परिवर्तन के लिए अभूतपूर्व अधीरता है। आज 130 करोड़ भारतवासी मिलकर न्यू इंडिया का निर्माण कर रहे हैं।

हमारी युवा शक्ति aspirations से भरी हुई है। बड़े लक्ष्य रखना, उन्हें प्राप्त करना, आज न्यू इंडिया की पहचान बन रहा है।

·         आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम ही नहीं है, आज भारत दुनिया की सबसे बड़ी हेल्थ एश्योरेंस स्कीम भी चला रहा है।

·         आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा सोलर पार्क ही नहीं बन रहा, आज भारत में दुनिया का सबसे बड़ा सेनीटेशन प्रोग्राम भी चल रहा है।

·         आज भारत एक साथ सबसे ज्यादा सैटेलाइट भेजने का वर्ल्ड रिकॉर्ड ही नहीं बना रहा, आज भारत सबसे तेज Financial Inclusion करके भी वर्ल्ड रिकॉर्ड बना रहा है।

21वीं सदी में, हमारा इंफ्रास्ट्रक्चर हो या फिर सोशल सेक्टर, हम ग्लोबल बेंचमार्क को लेकर आगे चल रहे हैं।

बीते कुछ समय में भारत ने न सिर्फ 1500 पुराने कानून खत्म किए हैं, बल्कि समाज को सशक्त करने के लिए कई नए कानून भी बनाए हैं।

Transgender Persons के अधिकार हों, तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाकर मुस्लिम महिलाओं का सम्मान हो, दिव्यांग-जनों को प्राथमिकता देना हो, महिलाओं को प्रेगनेंसी के दौरान 26 हफ्ते की Paid Maternity Leave का प्रावधान हो, ऐसे कई अधिकार, हमने समाज के अलग-अलग वर्गों के लिए सुनिश्चित किए हैं।

साथियों,

मुझे इस बात की खुशी है कि भारत में हो रहे इन परिवर्तनों के बीच, आज अमेरिका, भारत का एक भरोसेमंद पार्टनर बना है।

आज जो देश, भारत का Largest Trading Partner है, वो देश है अमेरिका।

आज भारत की सेनाएं जिस देश के साथ सबसे ज्यादा युद्ध अभ्यास कर रही हैं- वो है अमेरिका।

आज जिस देश के साथ भारत की सबसे व्यापक रीसर्च एंड डवलपमेंट पार्टनरशिप है- वो देश है है अमेरिका।

आज चाहे डिफेंस हो, एनर्जी सेक्टर हो, हेल्थ हो, IT हो, हर क्षेत्र में, हमारी Relationship का दायरा निरंतर बढ़ रहा है।

साथियों,

21वीं सदी के इस दशक में, New India, Resurgent America के लिए भी अनेक नए अवसर लेकर आया है।

विकास के हर क्षेत्र में, दोनों ही देशों के पास पाने के लिए बहुत कुछ है।

भारत में मैन्यूफैक्चरिंग बढ़ना, इंफ्रास्ट्रक्चर का विस्तार होना, अमेरिका के लिए नई संभावनाएं लेकर आएगा।

इंडस्ट्री 4.0 के इस दौर में भारत में डिजिटल इकॉनॉमी का विस्तार, अमेरिका के लिए भी निवेश के अनेक मौके बनाएगा।

Mr President,

बीते दशकों में डिजिटल टेक्नोलॉजी ने भारत और अमेरिका के संबंधों को Shape करने में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।

भारतीय टैलेंट और अमेरिकी टेक्नोलॉजी ने इस क्षेत्र को नई लीडरशिप दी है।

और, मैं मानता हूं, 21वीं सदी में भारत और अमेरिका मिलकर, इस डिजिटल युग का, इंडस्ट्री 4.0 का नेतृत्व कर सकते हैं।

साथियों,

21वीं सदी में, नए Alignments, नए Competition, नए Challenges और नई Opportunities, बदलाव की नींव रख रहे हैं।

ऐसे में भारत और अमेरिका के संबंध और सहयोग की, 21वीं सदी के विश्व की दिशा तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका होगी।

मेरा स्पष्ट मत है कि भारत और अमेरिका Natural Partners हैं।

हम सिर्फ Indo-Pacific Region में ही नहीं, बल्कि पूरी दुनिया की Peace, Progress और Security में एक प्रभावी योगदान दे सकते हैं।

आतंकवाद को हराने में अमेरिका के commitment और प्रेसिडेंट ट्रंप की लीडरशीप मानवता की सेवा की है और इसलिए, मैं मानता हूं कि प्रेसिडेंट ट्रंप जैसे विलक्षण नेता और भारत के अनन्य मित्र का इस दशक की शुरुआत में ही भारत आना, एक बहुत बड़ा अवसर है।

बीते समय में, भारत-अमेरिकी संबंधों को सशक्त करने की जो शुरुआत हमने की है, अब उनकी इस Visit से, उसका अगला Phase शुरू हो रहा है।

हम एक long term vision से inspired हैं, सिर्फ short term considerations से नहीं। हमारे bilateral relations grow करेंगे, हमारी economic partnership का विस्तार होगा, हमारा digital cooperation बढ़ेगा