9 सितंबर 2016

फतेहपुर सीकरी को 'सूफी शहर ' का दर्जा देने को लेकर उठती रही है आवाज

यू पी में भी तूल पकड सकता है कुछ शहरों के धार्मिक दर्जा देने का मुद्दा

फतेहपुरसीकरी :शेख सलीम चिश्‍ती की
दरगाह का गेट 'बुलंद दरबाजा '
लखनऊ: पंजाब के चुनाव में अमृतसर और आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर का दर्जा दिलवाये जाने को लेकर आप पार्टी की घोषणा का उ प्र की राजनीति पर भी असर पडने की संभाना है। अमृतसर में आप पार्टी के अध्यक्ष एवं पंजाब के मुख्य मंत्री अरविंद केजरीवाल के द्वारा की घोषणा के बाद राज्य की राजनीति में दखल रखने वाले राजनैतिक दलों के नेतओं ने राज्य के उन नगरों के नामों की धर तलाश शुरू करदी है जो कि धार्मिक शहरों की सूची में शामिल हो सकते हैं।
उ प्र मे जैन यू आर एम के तहत जिन शहरों को योजना में शामिल किया गया था उनमें से मथुरा जनपद के सूचीबद्ध होने का कारण उसका धार्मिक महत्ताक वाला होना था। बडे शहरों के बाद जब कभी छोटे शहरों  का मामला
उठा तो उनमें फतेहपुर सीकरी का नाम भी आया किन्तुो 13 नगर निगमों वाले महानगरों का जेनार्म योजना के लिये किये वर्गीकरण के बाद फिर दुबारा अब तक कोइ वर्गीकरण नहीं हुआ।
उल्लेरखनीय है कि यहां केजरीवाल ने कहा है कि अगर राज्यग में उनकी सरकार बनी तो अमृतसर और आनंदपुर साहिब को पवित्र शहर का दर्जा दिया जाएगा व दोनों ही जगहों पर शराब, मांस-मछली, ड्रग्स, पान-बीड़ी-सिगरेट और तंबाकू पर पूरी तरह पाबंदी लगा दी जाएगी। कांग्रेस उपाध्यसक्ष राहुल गांधी भी हिन्दुरओं की आस्थाव का शहर अयोध्या गये थे कुछ धार्मिक स्थालों पर भी गये किन्तुर विवादित राम लला के मन्द्रिओर से दूर ही रहे।