21 जुलाई 2016

बिल्डर की लापरवाही से दहशत में आगरा का अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्

- भानु प्रताप सिंह 

आगरा। सिकंदरा बोदला रोड पर निर्माणाधीन आर्केडिया मालिक की लापरवाही से अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स के लोग दहशत में हैं। उनके सिर पर मौत का साया मडरा रहा है। कभी भी अन्ना आईकॉन की विशाल बिल्डिंग धराशाही हो सकती है। आर्केडिया मालिक से कुछ दिन पूर्व जब शिकायत की गई, तो उसने आश्वासन दिया, कि अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स के बगल में खुदी गहरी खाई को मिट्टी से पाट दिया जाएगा, लेकिन अभी तक कुछ भी नहीं हो सका है।

ये है मामला :
सिकंदरा बोदला रोड पर आॅवरब्रिज के पास ही अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स है। इसके बगल में दो वर्ष पूर्व आर्केडिया के लिए निर्माण कार्य शुरू हुआ था। शुरुआत में काम युद्धस्तर पर चला, जिसके बाद किसी विवाद के चलते इसका काम बंद हो गया। अब आर्केडिया के निर्माण के लिए अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स के दीवार के सहारे 120 फीट नीचे तक खुदाई कर दी गई। यहां सिर्फ मिट्टी की ढाय है, जो बिना सहारे के ​रुकी हुई है। तीन दिन से चल रही बारिश के कारण यह ढाय दरकती जा रही है। अन्ना आॅईकॉन कॉम्पलैक्स की दीवार के नीचे की मिट्टी भी ढह गई है, जो कभी भी गिर सकती है।


अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स में 12 से अधिक कार्यालय :
अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स में दर्जनभर से अधिक कार्यालय हैं। पहले फलोर पर बेकरी शॉप है। इसके बाद केपीटल होम, बीसीएस कोचिंग सेंटर, स्वदेश न्यूज पेपर, पत्रिका कार्यालय, आर्मी इंस्टीटयूटी, डेंटल क्लीनिक, सिक्योरिटी कार्यालय सहित 12 कार्यालय हैं, जिनमें 200 से अधिक कर्मचारी काम करते हैं।

गहरी खाई में भरा पानी :
आर्केडिया के निर्माण के लिए खोदी गई, गहरी खाई में पानी भर गया है। लगातार हो रही बारिश मिट्टी की ढाय को कमजोर करती जा रही है। अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स में क्लीनिक चलाने वाले चिकित्सक डॉ. दिग्जेन्द्र सिंह ने बताया कि इस खाई में काफी समय से पानी भरा हुआ है, जिसके कारण मिट्टी कमजोर हो गई है। बिल्डिंग की दीवार नीचे से साफ ​खोखली दिखाई दे रही है। कभी भी बडा हादसा हो सकता है।

बिल्डर ने खडे किए हाथ :
आर्केडिया के मालिक से जब अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स के लोगों ने शिकायत की, तो उसने हाथ खडे कर दिया। उसने आश्वासन दिया, कि इस खाई को वह बंद करा देगा, लेकिन उसके बाद से वह फिर गायब हो गया। इस मामले में अन्ना आईकॉन कॉम्पलैक्स सोसायटी द्वारा थाना सिकंदरा में तहरीर दी गई है, इसके अलावा प्रशासनिक अधिकारियों से भी शिकायत की गई है।