19 अप्रैल 2016

सपा भी सूखी यमुना नदी के रिवर फ्रंट को हराभरा करने पर आमादा

- स्कॉटलैंड और मलेशिया के एक्सप‌र्ट्स ने दिया रिवरफ्रंट का प्रेजेंटेशन                             लखनऊ: यमुना नदी में न्‍यूनतम बहाव के लिये जरूरी पानी का इंतजाम ता नहीं है किन्‍तु उत्‍तर प्रदेश
(यमुना नदी की जल न्‍यूनता की जगह तटीय
हरियाली की ज्‍यादा चिंता।फोटो:सभार:बृंदावन टूडे)
की समाजवादी पार्टी की सरकार इसके रिवर फ्रंट को खूबसूरत बनाये जाने पर आमादा है
, तमामयोजनाओं के दौर में स्‍काटलैंड और मलेशिया से आये कंस्‍ल्‍टेट नदी के तटो का अध्‍ययन करने को सक्रिय हैं, इसी महीने इसकी कायर्योजना भी बनाकर तैयार कर दी जायेगी। वैसे सपा सरकार यमुना नदी की सूखी तलहटीको नजर अंदाज कर तटों को सुन्‍दर बनाये जाने के लिये बेताब होने वाली पहली सरकार नहींहै, इससे मिलता जुलता ही प्रयोग बसपा की मायाबती सरकारने भी बेताबी से हैरीटेज कॉरीडार बनाये जानेका कारनाम कर डाला था। हालांकि इस सूखी यमुना नदी में ही अपना पद संभालते ही केन्‍द्रीय मंत्री श्री नितिन गडकरी भी आगरा –दिल्‍ली के बीच लगातार नौकायान शुरू करने का सपना जनता को दिखाये जाने को आमादा हैं।

प्रज्ञत जानकारी के अनुसार राज्य सरकार गोमती की तरह यमुना और वाराणसी की वरुणा नदी पर भी रिवरफ्रंट बनायेगी।यमुना नदी का रिवर फ्रंट  मथुरा- वृंदावन में यमुना नदी के तट पर इसका विकसित होगा।
हाल में ही स्कॉटलैंड और मलेशिया से आए रिवरफ्रंट स्पेशलिस्ट्स की टीम ने सिंचाई मंत्री शिवपाल सिंह यादव के समक्ष इसका प्रेजेंटेशन भी दिया। तय हुआ कि एक्सप‌र्ट्स और सिंचाई विभाग के अधिकारियों की एक टीम साइट पर बैठ कर निर्माण कार्यो का जायजा लेगी और हर हफ्ते राज्य सरकार को अपनी रिपोर्ट देगी।
सिंचाई मंत्री श्री शिवपाल  सिह यादव के अनुसार अधिकारियों की एक टीम नर्सरी से पौधों को चयन करेगी। ये पौधे दो से तीन साल में अपने वास्तविक आकार में आकर नदियों के रिवरफ्रंट की खूबसूरती में इजाफा करने लगेंगे। वहीं रिवरफ्रंट में स्थानीय लोक संस्कृति से सम्बन्धित कलाओं का भी प्रदर्शन किया जाएगा जिससे वहां आने वाले लोगों को अपनी लोक संस्कृति एवं विरासत की जानकारी मिल सके। श्री शिवपाल के अनुसार रिवरफ्रंट के बहुआयामी सौंदर्यीकरण द्वारा सांस्कृतिक विरासत को मजबूत करना आज के समय की सबसे बड़ी आवश्यकता है। यह प्रदेश सरकार की अतिमहत्वाकांक्षी योजना है। मैंने कई देशों के भ्रमण के दौरान वहां के रिवरफ्रंट को देखा तथा इस बात की आवश्यकता महसूस की कि यूपी की नदियों के रिवरफ्रंट को भी विकसित किया जाये। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि रिवरफ्रंट के डेवलपमेंट के सामने आने वाली चुनौतियों से सख्ती से निपटा जाये। इसमें किसी भी प्रकार की रूकावट नहीं आनी चाहिए। इस अवसर पर स्कॉटलैंड से आए एंथनी एवं अभिषेक मलेशिया से आए जेशन, प्रमुख सचिव सिंचाई दीपक सिंघल समेत तमाम विभागीय अधिकारी मौजूद थे।