27 अप्रैल 2016

चारों बडे राजनैतिक दल भी एयरपोर्ट पर खामोश

-- जनप्रतिनिधि बनने को व्‍याकुल प्रत्‍याशी भी कर रहे हैं इच्‍चक बिच्‍चक

आगरा: ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट के मामला भले ही राष्‍ट्रीय महत्‍व का हो किन्‍तु देश के प्रमुख
(फिलहाल एकस्‍वप्‍न :ताज इंटरनेशनल एयरपार्ट)
राजनैतिक दलों में से किसी का भी दलीय नीति के तहत इस मामले पर स्‍पष्‍ट दृष्‍टिकोण अब तक सामने नहीं आया है। पूरा मामला स्‍थानीय राजनीतिज्ञों पर छोड रखा गया है। आगरा डिजर्ब ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट जागो आगरा जागोबेब कॅपेन पेज एडमिस्‍ट्रेटर श्री अनिल शर्मा के इस मुद्दे पर दिलचस्‍प अनुभव रहे हैं। वह कहते है कि अभी सबकुछ सामने रखदेना समय से पहले बालना होगा किन्‍तु अंतरिम हकीकत आगरा के लोगों के लिये निहायत कडबी ही है।

दिल्‍ली की सत्‍ता में रसूखदार राष्‍ट्रीय राजनैतिक दल के असरदार  जैबर राग छोडे नहीं छोड रहे।वहीं नबाबी कल्‍चर वाले फीरेजाबाद से आगे बढना ही नहीं चाहते। वैसे नबाबी स्‍कूल एक जैंटिलमैन भी अंदखाने जैबर राग ही ज्‍यदा पसंद आ रहा है।
आगरा नगर निगम में वरिष्‍ठ पार्षद डा शिरोमणी सिह सहित बीस पार्षदो के द्वारा रखे गये गये प्रस्‍ताव के पारित हो जाने के बाद इंटरनेशनल उयरपोर्ट क मामला फिलहाल ठंडे बस्‍ते में जाने की कोई गुंजायिश नहीं है। पार्टियों के द्वारा आगरा की सीटो से जो प्रत्‍याशी घोषित किये जा चुके हैं सबसे ज्‍यादा मुसीबत उनकी है। कम से कम अब तक चुनावी अखाडे उतरने का अपने दल से टैग पा चुका एक भी पहलवान ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट आगरा में ही बने कहने की हिम्‍मतनहीं जुटा पा रहा है।