6 नवंबर 2015

छोटा राजन को लेकर गर्माई राजनीति‍

--कई असरदार चाहते हैं कि‍ मुम्‍बई पुलि‍स ही देखे राजन के मामले

नई दिल्ली: अपराधी पकड में नहीं आये तो हल्‍ला मचे ,यह तो सामान्‍य बात है कि‍न्‍तु उसके वि‍रुद्ध
(छोटा राजन सी बी आई की हि‍रासत में )

देश की कौनसी कानून व्‍यवस्‍था से जुडी एजेंसी जांच करे ,कोर्ट मे केस दाखि‍ल करे यह अब हो रहा है। देश के कई प्रमुख राजनीति‍ज्ञ छोटा राजन के मामले में मुम्‍बई पुलि‍स के अधि‍कार क्षेत्र को नजरअंदाज कर दि‍ये जाने के वि‍रुद्ध खुलकर नराजगी जता रहे हैं। इनमें से अनेक का कहना है कि‍ छोटा राजन के मामले में सी बी आई से जांच आदि‍ का काम न लेकर मुम्‍बई को ही कार्रवाही की जि‍म्‍मेदारी देनी चाहि‍ये थी।वहीं दूसारी ओर छोटा राजन के नजदीकि‍यों में से कुछ ने उसके मुमबई के  आर्थर रोड जेल में रखेजाने की संभावना पर चि‍ता जताकर सुरक्षा की दृष्‍टि‍ से अनयत्र ही रखे जाने की मांग की है।
जो भी हो छोटा राजन अब दि‍ल्‍ली में है और अपने को सुरक्षि‍त महसूस कर रहा है।यही नहीं उसने सी बी आई के द्वारा पूछ ताछ में मुम्‍ईपुलि‍स के उन कुछ अधि‍कारि‍यों के नामों को भी खुलासा कर दि‍या है जो कि‍ पाकि‍स्‍तान के शरणागत बने हुऐ माफि‍या दाऊद इ्राहि‍म के नजदीकी हैं।

मुंबई में छोटा राजन के खिलाफ 75 से ज्यादा केस दर्ज हैं। इससे पहले राजन को इंडोनेशिया की राजधानी बाली से चार्टेड प्लेन से 27 साल बाद भारत लाया गया। शुक्रवार को ही एम्स में राजन का मेडिकल टेस्ट किया गया। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेस्ट करने वाले डॉक्टरों के पैनल का कहना है कि राजन की सेहत ठीक है और उसे कोई गंभीर बीमारी नहीं है। पैनल में नेफ्रोलॉजिस्ट भी शामिल हैं। इससे पहले आई खबरों में कहा गया था कि छोटा राजन की किडनी फेल हो चुकी है और उसे जेल में डायलिसिस मशीन की जरूरत पड़ेगी।