--150 से ज्यादा साहित्यकार और
पत्रकारों के आने की उम्मीद
--तीसरा निर्मला देश पांडे पुरुस्कार भी
प्रदान करने की तैयारी
आगरा, दक्षिण एशियाई देशों के साहित्य कार, शिक्षाविद , साहित्कार और बुद्धिजीवियों के
आगरा, दक्षिण एशियाई देशों के साहित्य कार, शिक्षाविद , साहित्कार और बुद्धिजीवियों के
(सार्क देशों के प्रतिनिधियों के सम्मेलन की
जानकारी देते हुए --फोटो:असलम सलीमी |
प्रतिनिधियों के द्वारा सुलहकुल की नगरी आगरा से भाईचारा,एकता और शांति के प्रति नागरिक एकजुटता की सशक्तं अभिव्युक्ति की जायेगी। अवसर होगा फॉकलोर रिसर्च एकैडैमी ,अमृतसर के तत्वातवधान में 17 व 18 अक्टू वर को आयोजित होने जा रहा कार्यक्रम।
आगरा में आयोजित होने वाले इस अंतर्राष्ट्री य कार्यक्रम की जानकारी देते हुए वरिष्ठक पत्रकार एवं पाकिस्ताजनी मीडिया के लिये लगातार भारत से डिस्पैेच भेजते रहने वाले पुष्पेपन्द्रा कुलश्रेष्ठ ने गायत्री स्कूआल बजीरपुरा रोड में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि आयोजन में सार्क देशों के प्रतिनिधिमंडलों
की भागीदारी रहेगी,अफगानिस्ता न का प्रतिनिधि मंडल भी इसमें शामिल होगा ।पाकिस्ता न का प्रतिनिधिमंडल आने वाले मेहमान दलों में सबसे बडा होगा।बुजुर्ग पत्रकार मार्क टूली,डा मणिरत्नीम,महेश भट्ट, अलका कुलश्रेष्ठब, आकाश अमीन आदि सम्मेिलन में भाग लेने वालों में मुख्यग होंगे।उन्होंनने बताया कि प्रतिनिधिमंडलों में 150 साहित्यनकार एवं पत्रकारों का शामिल होना तय हो चुका है।
फॉकलोर एकैडैमी के अध्यंक्ष रमेश यादव ने कहा कि दो दिवसीय कार्यक्रम में ‘दक्षिण ऐशियाई देशों के लिये चुनौतियां और भारत पाकिस्तान की भूमिका विषय पर सेमीनार होगी जबकि अन्यय महत्वरपूण कार्यक्रम तीसरा सुश्री निर्मला देश पांडे साऊथ ईस्टस एशिया पीस एंड जस्टिनस पुरुस्काार होगा। उन्हों ने याद दिलाया कि निर्मला देश पांडे दक्षिण एशियाई देशों मे नागरिकों के नागरिकों के बीच सम्ब्न्धोंय की मजबूती के लिये पूरी जिंदगी प्रयास करती रहीं।उनका मानना था कि अगर दो देशों के नागरिक आपस में भाईचारा और सांस्कृतिक संबध रखने को एकजुट हो तो सरकारों को भी आपसी विवाद छोडने पडते हैं।उन्हों ने कहा कि पडोसी देशों की अपनी आंतरिक दिक्केतों का दौर हो सकता है किन्तुे वहां तमाम लोग ऐसे भी होते हैं जो कि सरकारों की नीतियों और उलझाव उत्पकन्नक करने वालों को नापसंद करते हैं यह आयोजन इन्हींस की अवाज को मजबूती देने का काम करेगा।
आयोजन समिति की सदस्यन डा शिवानी चतुर्वेदी ने कहा कि पाकिस्तायन के गजल गायकों को अन्यन तमाम भारतीयों की तरह वह भी बेहद पंसद करती हैं,उनका मानना है कि मेहंदी हसन जैसी शख्सिभयतों की आवजें कभी भी देशों की सीमा में बंध कर नहीं रहीं।उन्होंकने कहा कि अफगानिस्तान से आने वाले प्रतिनिधि मंडल में एक छोटी बच्ची भी आ रही है, वह,इस नन्हेंि गैस्टा की होस्ट बनने की पेशकश आयोजकों से कर चुकी हैं।अगर सरकारी व्यमवस्थाट बाधक नहीं हुयी तो वह इसे अपने निवास पर ही ठहराना चहेंगी।
फॉकलोर एकैडैमी के अध्यंक्ष रमेश यादव ने कहा कि दो दिवसीय कार्यक्रम में ‘दक्षिण ऐशियाई देशों के लिये चुनौतियां और भारत पाकिस्तान की भूमिका विषय पर सेमीनार होगी जबकि अन्यय महत्वरपूण कार्यक्रम तीसरा सुश्री निर्मला देश पांडे साऊथ ईस्टस एशिया पीस एंड जस्टिनस पुरुस्काार होगा। उन्हों ने याद दिलाया कि निर्मला देश पांडे दक्षिण एशियाई देशों मे नागरिकों के नागरिकों के बीच सम्ब्न्धोंय की मजबूती के लिये पूरी जिंदगी प्रयास करती रहीं।उनका मानना था कि अगर दो देशों के नागरिक आपस में भाईचारा और सांस्कृतिक संबध रखने को एकजुट हो तो सरकारों को भी आपसी विवाद छोडने पडते हैं।उन्हों ने कहा कि पडोसी देशों की अपनी आंतरिक दिक्केतों का दौर हो सकता है किन्तुे वहां तमाम लोग ऐसे भी होते हैं जो कि सरकारों की नीतियों और उलझाव उत्पकन्नक करने वालों को नापसंद करते हैं यह आयोजन इन्हींस की अवाज को मजबूती देने का काम करेगा।
आयोजन समिति की सदस्यन डा शिवानी चतुर्वेदी ने कहा कि पाकिस्तायन के गजल गायकों को अन्यन तमाम भारतीयों की तरह वह भी बेहद पंसद करती हैं,उनका मानना है कि मेहंदी हसन जैसी शख्सिभयतों की आवजें कभी भी देशों की सीमा में बंध कर नहीं रहीं।उन्होंकने कहा कि अफगानिस्तान से आने वाले प्रतिनिधि मंडल में एक छोटी बच्ची भी आ रही है, वह,इस नन्हेंि गैस्टा की होस्ट बनने की पेशकश आयोजकों से कर चुकी हैं।अगर सरकारी व्यमवस्थाट बाधक नहीं हुयी तो वह इसे अपने निवास पर ही ठहराना चहेंगी।