ग्रीस और उसे क़र्ज़ देने वाले अंतरराष्ट्रीय क़र्ज़दाताओं के बीच ताज़ा वार्ता का कोई खास नतीजा नहीं निकला । दोनों पक्षों के बीच मतभेद अभी तक कोई हल नहीं निकल पाया है ।
यूरोपीय यूनियन का कहना है कि बातचीत में कफ़ि प्रगति हुई है लेकिन अभी भी दोनों के बीच प्रस्तावों में बड़ा फ़ासला है।
यूरोपीय यूनियन चाहती है कि ग्रीस अपने ख़र्च में दो अरब यूरो की कटौती करे, तभी उसे आर्थिक मदद मिलेगी। ग्रीस के उप प्रधानमंत्री यानिस ड्रागासाकिस का कहना है कि ग्रीस अब भी क़र्ज़दाताओं से वार्ता करने के लिए तैयार है।ड्रागासाकिस ने कहा कि यूरोपीय संघ और अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष इसके बावजूद ग्रीस से पेंशनों में कटौती करने के लिए कह रहा है. इसे ग्रीस कभी स्वीकार नहीं करेगा।