6 अप्रैल 2015

‘परंपरागत अवधारणाओं को त्याग, वैज्ञानि‍क सोच वाला बनना पडेगा’

--स्‍व महादेव नारायाण टंडन स्‍मृति‍ में कामरेड जि‍तेन्‍द्र रघुवंशी को भी कि‍या गया याद

(वैज्ञानि‍क तर्कों तल्‍लीनता से सुनते सुधी श्रोता )
आगरा: देश को तरक्‍की करते हुए आगे बढना हे तो लोगों को वैज्ञानि‍क सोच वाला बनना पडेगा और बनी हुई वस्‍तुस्‍थि‍ति‍यों को समझना होगा।यह कहना है देश के प्रख्‍यात खगोल विज्ञानी और संस्कृति कर्मी अमिताभ पांडे का जो कि‍ आगरा में कम्‍यूनि‍स्‍ट मूवमेंट के जनक स्‍व महादेव नारायण टंडन की पुण्‍य ति‍थि‍ के अवसर पर होने वाली व्याखानमाला की 12 वीं कडी को  माथुर वैश्य सभागार में सम्‍बोधि‍त कर रहे थे।उन्‍हों ने कहा कि‍ दुनिया भौतिक कारणों से बनी और उन्ही से संचालित होती है और उसी तार्किक परिणति से अपने चरम पर पहुंचेगी इसमें न तो कोई परम सत्ता और ना हीं किसी दैवीय अस्तित्व की गुंजायश है.।
(अमिताभ पांडे संगोष्‍ठी को सम्‍बोधि‍त करते हुए)
श्री पांडेय ने कहा कि‍ अब वक्‍त हैं उस प्रचलि‍त संस्‍कृति‍ में बदलाव लाये जाने का जो प्रगति‍शील राजनीति‍ज्ञों तक पर आंतरि‍क रूप से अब तक हावी हैं। सामान्‍य तौर पर स्‍व जि‍तेन्‍द्र रघुवंशी ही इस व्‍याख्‍यान माला कार्यक्रम का संचालन करते आ रहे थे।उनके प्रति‍ श्रद्धा आदर की
अभि‍व्‍यक्‍ति‍ के लि‍ये इस बार का आयोजन स्‍व टंडन को याद करने के साथ ही स्‍व जि‍तेन्‍द्र को भी सर्मपि‍त रही।कामरेड टंडन के सुपुत्र व शहर के प्रसिद्ध बाल रोग विशेषज्ञ डॉ जे एन टंडन ने अपने पि‍ता स्‍व महादेव याद करते हुए कहा कि उनकी ऊर्जापूर्ण वाणी हम सभी को बहुत प्रेरणा देती थी अपने मौलिक व्यक्तिव्य के लिए उनको हमेशा याद किया जायेगा ।
स्‍व रघुवंशी की पत्‍नी श्रीमती भावना जितेन्द्र रघुवंशी ने एक कहानी के जरि‍ये वैज्ञानि‍क सोच की मौजूदा स्‍थि‍ति‍ पर प्रकाश डालने का प्रयास कि‍या। इस अवसर पर कामरेड रमेश मिश्र ,स्वतंत्रता सेनानी रानी सरोज गौरिहार, गाँधीवादी सर्वोदयी नेता श्री शशि शिरोमणि , नगर के कवि श्री सोम ठाकुर , इप्टा आगरा के निर्देशक दिलीप रघुवंशी के साथ मानस रघुवंशी, स्वर्णिमा रघुवंशी, स्वीटी अग्निहोत्री, विशाल रियाज़ अरुण सोलंकी, हरीश चिमटी, मनीष ,अर्पित ,रिषभ आदि‍ सहि‍त शहर के तमाम  गणमान्य लोग मौजूद थे। डॉ जे एन टंडन ने डॉ पाण्डेय का स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान किया आभार रमेश मिश्र और संचालन डॉ. विजय शर्मा द्वारा कि‍या गया ।