25 अप्रैल 2015

भारतीय एन डी आर एफ टीमों ने शुरू कि‍या राहत मि‍शन

--हरपीडि‍त पूछ रहा है कहां हैं,कहां लगाया है कैंप

--हवाईजहाजों की गडगडहाट ला रही है नराशा के दौर में आशा की एक कि‍रण

(एन डी आर एफ टी के सदस्‍य
रवाना होने के लि‍ये जहाज में सवार होते हुए।)

(हरक्‍यूलि‍स ने हि‍डन से नेपाल भरी उडज्ञन)
 लखनऊ:भारतीय वायू सेना ने घरे नि‍राशा में पडे नैपालि‍यों के बीच ‘नेशनल डि‍सास्‍टर रि‍स्‍पांस फोर्स ‘ को समय से पहुंचा कर आशा की एक नयी कि‍रण दी है। एक दम तो कुछ ठोस परि‍णाम आ पाना मुमकि‍न नहीं है कि‍न्‍तु हजारों की संख्‍या में त्रस्‍त नैपालि‍यों को तत्‍कालि‍क राहत मि‍लना जरूर शुरू हो गयी है। पहले बदहवासी में के जो हालात बने हुए थे उनमें जरूर काफी कमी आ चुकी है।लोग पतालगते फि‍र रहे हैं कि‍ भारतीय टीम ने कहा कैंप लगाया है और पता लगते ही उम्‍मीदो के साथ वहां पहुंच रहे हैं।
 रक्षा मंत्रालय के प्रवक्‍ता के अनुसार वायू सेना का मालवाही सी-130जे एयरक्राफ्ट नेशनल डि‍सास्‍टर रि‍स्‍पांस फोर्स (एन डी आर एफ) की टीम को ड्राप करने के बाद पोखरा तक के सडक संपार्क मार्ग की स्‍थि‍ति‍ का जायजा ले कर आया था,सांय इसके द्वारा पुन: एक उडान भटि‍डा से राहत दल के कुछ और
सदस्‍यों के साथ लेकर भी गयी।भटंडा एयरुील्‍ड से ही वायू सेना के एक अन्‍य मालवाही आई एल 76 ने भी नेपाल को एक अन्‍य राहत दल को नैपाल पहुंचा चुके थे।
ताजा आकडो के अनुसार भारत में 34 मौते अब तक रि‍कार्ड की जा चुकी हैं। इनमें से 23उत्‍तर प्रदेश में, 3पश्‍चि‍मी बंगाल ,में हुई हैं।नेपाल में लगभग 1500मोते अब तक रि‍कार्ड की जा चुकी हैं।जबकि‍ यह आंकडाकही अधि‍क होने का संकेत है।सबसे ज्‍यादा क्षति‍नेपाल की आधारभत सुवि‍धाओं को पहुंची है।इनकी बहाली के लि‍ये नेपाल को काफ बडी आर्थि‍क और संसाधनों की चुनौती का सामना करना पडेगा