17 अप्रैल 2015

मसर्रत की गि‍रफ्तारी पर घाटी में हिसक प्रति‍क्रि‍या

--पुलि‍स फायरिंग में एक की मौत

--सीमांत क्षेत्रों में चौकसी बढी,घुसपैंठ की संभावनायें
(मसर्रत की गि‍रफ्तारी के बाद घाटी में
                      फैली हि‍ंसा)

नई दि‍ल्‍ली: अलगाववादी मसर्रत आलम की गि‍रफ्तारी के बाद से कश्‍मीर घाटी का माहौल गर्मा हुआ है।एल ओ सी क्षेत्र में सक्रि‍य मीडि‍या की रि‍पोर्टो के मुताबि‍क घाटी की फि‍जा  में हुए बदलाव के बाद से सीमा सुरक्षा बल की सरगर्मि‍यां तेजी से बढी हैं।माना जा रहा है कि‍ सीमा पार से मौके का फायदा उइाकर घसपैंठ की घटनाये हो सकती हैं।

वैसे इस समय   कश्मीर घाटी में हुई मसर्रत आलम के समर्थन में बाकी अलगाववादी भी आ खड़े हुए हैं। मसर्रत आलम की गिरफ़्तारी के विरोध में शनिवार को घाटी में अलगाव वादियों ने हड़ताल का जो ऐलान कि‍या था उसका व्‍यापक असर हुआ है।असुरक्षा भाव से पशोपेश के माहौल में फंसे उन नागरि‍कों को भी अपनी भागीदारी अलगाव वादि‍यों के आंदोलन में दर्ज करवानी पड रही है जो उनको नापसंद करते हैं। इस बीच नारबल में सुरक्षाबलों की फायरिंग में एक व्यक्ति की मौत हो गई है...
पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाज़ी करने के आरोप में शुक्रवार को ही मसर्रत आलम की गिरफ़्तारी हुई थी, जिसके बाद घाटी में उसके समर्थकों ने जमकर हिंसा की थी। अलगाववादियों ने पुलिस और सुरक्षा बलों पर पत्थरों से हमला किया गया था। अब तक इन झड़पों में 24 लोग घायल हो चुके  हैं।

उधर जम्मू-कश्मीर के बड़गाम की एक अदालत ने शुक्रवार रात मसर्रत आलम को सात दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया। उसे श्रीनगर में रैली के दौरान पाकिस्तान के समर्थन में नारेबाजी करने और पाकिस्तान के झंडे लहराने के आरोप में शुक्रवार सुबह श्रीनगर के हब्बाकादल स्थित उसके मकान से गिरफ्तार कर उसके खि‍लाफ राष्ट्रद्रोह की गतिविधियों और देश के खिलाफ युद्ध छेड़ने के आरोप में वाद दर्ज कि‍या गया था।