--मन्कामेश्वर मंदिर प्रांगड में धर्मगुरुओं की संगोष्ठी
--धर्मस्थलों और लडियों के स्कूलों के पास के ठेके बन्द हों
आगरा,श्री मन्कामेश्वर मंदिर
प्रांगण में स्थित राष्ट्र मन्दिर में हुई सभा में धर्मगुरुओं ने बढती शराब
खोरी की लत पर
(मंहंत हरिहरपुरी एवं सिख,ईसाई, मुस्लिम एवं सूफी संप्रदायों के धर्मगुरू एवं समाज सेविका बिबता सिह चौहान गांधीवादी नेताश्री चिम्मन लाल जैन।) |
गंभी चिता जता इसे रोकने के लिये सामाजिक जागरूकता पर बल दिया
साथ ही सरकार से भी अपेक्षा की कि प्रदेश में नशाविरोधी कार्यक्रम को प्रभावी
ढंग से लागू करे।
धर्मगुरुओं
के समागम को सम्बोधित करते हुए महंत हरिहर पुरी ने सभा को सम्बोधित करते हुए
कहा कि मौजूदा हालात अत्यंत कष्टकारी हैं,वर्तमान में शराब के खिलाफ आवाज उठने से ज्यादा
इसकी बिक्री को संरक्षण देने का काम ज्यादा मुस्तौदी से हो रहा है।शराब की
दूकानों को खोलने के जो नियम हैं उन तक का सही प्रकार से पालन नहीं हो पा रहा
है।लडकियों के विद्यालयों,धर्मस्थलों और मलिन बस्तियों
के आसपास तो इसकी बिक्री तो रूकनी
ही चाहिये।
ही चाहिये।
मुस्लिम
धर्मगुरु मौलाना रियासत अली ने कहा कि नशे कीलत को इस्लाम में भी जगह नहीं दी
गयी है।उन्होंने कहा कि अपने शरीर को स्वस्थ्य रखने और संयमित आचरण रख् सद
शहरी बनकर जीने के लिये यथासंभव नशेबाजी से दूर रहना चाहिये।ईसाई समाज के
धर्मगुरू फादर सुरेश दयाल ने कहा कि लोगों को जागरूक करने का काम तो होना ही चाहिये
किन्तु इसके बावजूद उनका मानना है कि सरकार को भी इस घातक लत पर नियंत्रण के
लिये प्रभावी कदम उठाने चाहिये।
गुरुद्वारा
गुरु का ताल के ग्रंथी हरवंश सिह ने कहा कि गुरु नानक जी ने भी नशाखोरी को रोकने
को कहा था।इसका उपयोग करने वालों पर तो इसका जो असर होता है,वह अपनी जगह है किन्तु उनके
परिवारो पर जो प्रतिकूल असर होता है उससे परिजनो को तमाम विकट समस्याओं का
सामना करना पडाता है।बौद्ध धर्म गुरु भन्ते ज्ञान रत्न ने कहा कि इसे सरकार को
रोकना चाहिये अगर सरकार नहीं रोकेगी तो जनता खुद रोकने को विवश होगी।उन्होंने
शराब खोरी को धर्म और संयमित आचरण विरुद्ध बताया।
सूफी
मत के धर्मगुरू के प्रतिनिधि फैजलशाह ने कहा शराब पर पाबंदी लगनी चाहिये।उन्हों
ने कहा कि जो माहौल बन रहा है निश्चित रूप से उसके सकारात्मक परिणाम आयेंगे।
प्रख्यात
समाज सेविका बबिता सिह चौहान ने कहा कि शराब की लत अत्यंत घातक है, अ तो आगरा में और भी कई घातक किस्म
के नशे की लत नयी पीढी में फैल रही है।महिलाओ को शराब के कारण सबसे अधिक परेशानियों
का सामना करना पडता है,इस लिये उनसे ही सबसे अधिक सक्रियता
की अपेक्षा है।
स्वतंत्रता
सेनानी श्री चिम्मन लाल जैन ने कहा कि जब धर्मगुरू ही शराब के विरुद्ध आवाज
उठाने को एक जुट हैं तो उन्हें उम्मीद है कि सरकार इस बारे में कुछ सोचना शुरू
करे या नहीं किन्तु समाज में जरूर शराब की लत के खिलाफ सशक्त माहौल बनेगा। उन्होंन
ने कहा कि उनके द्वारा महात्मागांधी के बलिदान दिवस पर आगरा के शराब के ठेकों
के विरोध में होली जरूर जलायी जायेगी।
आयोजन
के अन्य भागीदारों में चौरामगोपल,,अमित गुप्ता, हेमन्त भोजवानी, राजेन्द्र सिह, डा आकांक्षा चौधरी, श्याम भोजवानी,शशि प्रिया,अन्जू, आदि भी
शामिल थे। महंग हरिहरपुरी ने सम्मेलन का संचालन किया जबकि कॉडीनेट गुरुद्वारा
गुरु के ताल के मीडिया कॉडीनेटर बंटी ग्रोवर ने किया।इस अवसर पर धर्मगुरुओं ने
गांधीवादी स्वतंत्रता सेनानी श्री चिम्मन लाल को शाल उढाकर सम्मान किया। प्रत्युत्तर
में उन्होने धर्मगुरुओं से आशीर्वाद की कामना की।