--जोधपुर झाल पर जलाशय बनवाने के मुद्दे को भी किया अपने लक्ष्यों में शामिल
आगरा,समाज सेवी श्री विष्णू कपूर अपने अंदाज में जिदगी का एक एक दिन
जिदा दिली से जीते हुए 3नवम्बर 2015
को
अस्सी साल के हो गये।पोलियो ग्रस्त आगरा जनपद में उनकी विकलांग पीडितों के स्वैच्छिक
सेवाभावी के रूप में खास पहचान है। जनपद के 630गांवों में से लगभग 170 पोलियो
प्रभावित है,पीने के पानी के लिये भूगर्भजल पर ही निर्भता इसकी मुख्य वजह
है।करोडे रुपये खर्च करने के बावजूद भी न तो सरकार अब तक मीठे पानी को ही प्रदूषित
पानी के गांवों तक पहुंचा सकी है और नहीं विकलांगों के उपचार का इंतजाम ही कर सकी
है।महानगर की 417 मलिन बस्तियों सहित लगभग ढाई हजार बसावटों में से अधिकंश के
निवासी भी इसी समस्या से
जूझ रहे हैं।कारण है शहरी क्षेत्र के लिये उपलब्ध मात्र नदी स्त्रोत 'यमुना नदी के पानी की आपूर्ति की पहुंच शहरी क्षेत्र के 55प्रतिशत आबादी तक भी नहीं होना।
जूझ रहे हैं।कारण है शहरी क्षेत्र के लिये उपलब्ध मात्र नदी स्त्रोत 'यमुना नदी के पानी की आपूर्ति की पहुंच शहरी क्षेत्र के 55प्रतिशत आबादी तक भी नहीं होना।
पोलिये प्रभावितों के लिये
श्री कपूर ही जिले में एक मात्र ऐसे व्यक्ति हैं जो कि हर समय उपलब्ध रहते
हैं।लगातार कई दशकों से विकलांगों की सेवा में लगे रहने वाले श्री कपूर का सबसे
घनिष्ठ रिश्ता आगरा के घने बसे पुराने वाणिज्यिक मौहल्ले लंगडे की चौकी पर
संचालित हृदयाल विकलांग सेवा केन्द्र से रहा है।जहां से दबाई-उपचार के अलावा
चलने में सहायक ‘कैलीपर’ बांटने का काम भी होता है।इसके अलावा ट्राइस्किल रिक्शा
भी उनके द्वारा केन्द्र के माध्यम से दिलवाये जाने की व्यवस्था है।अब तो श्री
कपूर खुद भी एक अनुभवी ‘डक्टर ‘ से ही हो गये हैं और तमाम लोग अपनी विकलांगता की
समस्या का समाधन उन्हीं के माध्यम से ढूढते रहे हैं।
सरदार पटेल के प्रति अपनी खास श्रद्धा रखने वाले श्री कपूर ने उनकी जन्म शती के
उपलक्ष्य में उपनी उम्र (उस समय शायद 79 साल थी),के बराबर ही 79टन उपलब्ध करवाने की घोषण की थी।मेहनत के साथ
लगकर कई टन लौहा संग्रहित भी किया किन्तु जब उसकों हैंडलिग कर सरदार सरोवर बांध
के पास बन रहे पटेल स्मारक पहुंचाने गये ।तो बेहद निराशा हुई। वहां न तो कोयी उनके द्वारा संग्रहित लोहा लेने को तैयार दिखा और नहीं यह
बताने को आखिर वह अपना संग्रहित लोहा कहा ले जाये ।
रोटरी क्लब के सक्रिय सदस्य श्री कपूर अब आगरा की पेयजल समस्या का समुचित समाधान चाहते हैं।उनका मानना है कि आगरा में प्रचुर मात्रा में जलसंसाधन है किन्तु उनका उपयोग कभी भी सही तरीके से नहीं हो पाने से स्थिति बिगडती गयी।हाल में ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करने के दौरान आगरा की नहरों के चौराह माने जाने वाले जोधुपर झाल नामक अछनेरा ,आगरा)विकास खंड के गोबर्धन (मथुरा) विकास खंड के सीमांत जोधपुर झाल का भी निरीक्षण किया । वहां मौजूद जलसंचय की विपुल संभावनाओं को दृरूटिगत इसका समुचित उपयोग के लिये आवाज उठाने का मुद्दा भी उन्होंने अपने लक्ष्य में शामिल करलिया है। ।
रोटरी क्लब के सक्रिय सदस्य श्री कपूर अब आगरा की पेयजल समस्या का समुचित समाधान चाहते हैं।उनका मानना है कि आगरा में प्रचुर मात्रा में जलसंसाधन है किन्तु उनका उपयोग कभी भी सही तरीके से नहीं हो पाने से स्थिति बिगडती गयी।हाल में ही उन्होंने ग्रामीण क्षेत्रों का दौरा करने के दौरान आगरा की नहरों के चौराह माने जाने वाले जोधुपर झाल नामक अछनेरा ,आगरा)विकास खंड के गोबर्धन (मथुरा) विकास खंड के सीमांत जोधपुर झाल का भी निरीक्षण किया । वहां मौजूद जलसंचय की विपुल संभावनाओं को दृरूटिगत इसका समुचित उपयोग के लिये आवाज उठाने का मुद्दा भी उन्होंने अपने लक्ष्य में शामिल करलिया है। ।