25 सितंबर 2022

विदेशी टूरिस्ट ताजमहल से ज्यादा बंदरों के फोटो खींचते हैं

 

आगरा। भूखे प्यासे और आश्रयहीन बंदरों ने ताजमहल को अपना घर सा बना रखा है। टूरिस्टों  मनोरंजन तथा खाना भी मुफ्त में। खासतौर से विदेशी टूरिस्ट ताजमहल से ज्यादा बंदरों के फोटो ज्यादा खींचते हैं। बंदर आगरा के लिए एक भारी समस्या बन चुके हैं। आसपास के जंगलों के पेड़ों के काटने ये आश्रयहीन शहरों में पहुँच चुके हैं हैं। आगरा में  बंदरों से कैसे पीछा छुड़ाया जाये यह हम सबके सामने एक कठिन प्रश्न है। यह सब जानते हैं कि हमारा वन पारिस्थितिकी तंत्र बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो चूका  है। बहुत सारे फलों के पेड़ जिन्हें बन्दर पसंद  करते हैं करीब करीब गायब हो गए हैं। बंदरों का प्रजनन चक्र काफी तेज होता है।वनों की कटाई के कारण विशेष रूप से भारत वे अब ग्रामीण नहीं बल्कि शहरी बन चुके हैं। वे भोजन के लिए विशाल समूह में शहरों में पलायन करते  हैं। मात्र हल यही है कि वन विभाग  उन्हें हज़ारों में नियमित पकड़कर  घने जंगल में छोड़ने के लिए बेहतर काम कर सकता है। वास्तव में जंगल ही उनकी असली  दुनिया है, जो उनके बापिस मिलनी चाहिए । इस समस्या को लेकर बहुत से स्थानीय लोग हाई कोर्ट तक का दरवाज़ा खटखटा चुके हैं , किन्तु हल किसी के पास नहीं।