18 अप्रैल 2022

कोरोना संक्रमण के उपचार में 'होम्‍यौपैथी ' जनमानस में खूब रही प्रचलित

  -- उपचार संबधी डाटा का हो रहा है संकलन शीघ्र होंगे   सार्वजनिक:निदेशक                                          

स्‍टेट होम्‍यौपैथी डिपार्टमेंट के निदेशक डा आनंद कुमार चतर्वेदी,डा.कैलाश
सरास्‍वत सहित आगरा के कुछ वरिष्‍ठ चिकित्‍सकों के साथ।फोटो:असलम सलीमी

आगरा: कोविड काल जनस्‍वास्‍थ्‍य के लिये एक बडी चुनौती लेकर आया था, जिसमें लोगों को संक्रमण से बचाने और उपचार में होम्‍यौपैथी की अहम भूमिका रही।यह कहना है राज्‍य होम्‍यौपैथी विभाग के निदेशक डा आनंद कुमार चतुर्वेदी का,उन्‍होंने कहा कि 'आर्सेनिक एल्‍बम' एक प्रभावी मैडीसन साबित हुई,जहां जहा भी होम्‍यौपैथी क्‍लीनिक हैं, वहां वहां कोविड संक्रिमतो की संख्‍या नगण्‍य रही। संख्‍या को सीमित किये रखने में  'आर्सेनिक एल्‍बम' का प्रिस्‍क्रिप्‍शन में शामिल किये रखना एक बडा कारण रहा। 

डा चतुर्वेदी ने कहा कि होम्‍यौपैथी ट्रीटमेंट अपनाने वाले मरीज जहां अधिकतम पांच दिन में ठीक हो गये ,वहीं एलोपैथी

सहित अन्‍य पद्यतियों को अपनाने वालो को इससे कही अधिक समय लगा। एक जानकारी में बताया कि आयुष मत्रालय राष्‍ट्र एवं राज्‍य स्‍तर पर कोरोना संक्रमण के उपचार संबधी डाटा संग्रहित करवा रहा है, इसके आधिकारिेक रूप से सार्वजनिक होने पर नागरिक स्‍वत: ही वस्‍तुस्‍थिति से अवगत हो जायेंगे।

डा चतुर्वैदी जो कि आगरा आये हुए थे,ने कहा कि होम्‍यौपैथी को लेकर सरकार के द्वारा काफी कुछ किया जाता रहा है,योजनाये नागरिकों तक पहुचाने के लिये व्‍यापक प्रयास किये जा रहे हैं, इस कार्य को अब और ज्‍यादा व्‍यवस्‍थित कियो जा रहा है।सभी होम्‍यौपैथी केन्‍द्र संचालकों से कहा जा रहा है कि सरकारी योजनाओं की जानकारी देने वाले होर्डिंग व फ्लैक्‍सी अपने अपने क्षेत्रों में जरूर लगवायें। उन्‍होंने केन्‍द्रों के आपास जहां भी संभव हो तुलसी ,पीपल नीम आदि मानव स्‍वास्‍थ्‍य के अधिक अनुकूलता वाले पेडों के पौधों को रोंपे जाने पर बल दिया। डा चतुर्वेदी ने एत्‍मादपुर तहसील के तहत संचालित एक केन्‍द्र पर बनी हुई दिक्‍कतें दूर करने का निर्देश भी दिया।

शहर के प्रख्‍यात चिकित्‍सक डा कैलाश सरास्‍वत ने निदेशक को आगरा में  कोविड संक्रमण काल में रही जनस्‍वास्‍थ्‍य चुनौतियों की जानकारी दी तथा बताया कि लोगों ने होम्‍यौपैथी चिकित्‍सा पर भरपूर भरोसा किया। उन्‍होंने कहा कि पहले सीमित संख्‍या में लोग पहुंचे किन्‍तु उनके रहे अनुभवों के जनजानकरी में आते रहने से बडी संख्‍या में लोगों ने होम्‍यौपैथी क्‍लिनिक पहुंच कर उपचार करवाया। इस अवसर पर महानगर के कई अन्‍य डाक्‍टर भी मौजूद थे।