1 मार्च 2022

भारत की नेहा ने किया फैसला मानवीय मूल्यों की रक्षा के लिए यूक्रेन में रहने का

 

यूक्रेन में रह रही चरखी दादरी की नेहा सांगववान का कहना है कि मैं रहूं या न रहूं, लेकिन मैं इन बच्चों और उनकी मां को ऐसी स्थिति में नहीं छोड़ूंगी। नेहा के माता पिता का कहना है कि हमें गर्व है अपनी  बहादुर बेटी के जज्बे पर जिसने 3 मासूम बच्चियों की देखभाल के लिए यूक्रेन छोड़ने से इंकार कर दिया। इस भारतीय युवती  का यह निर्भीक कदम उनके मानवीय मूल्यों और संस्कारों को प्रदर्शित करता है।

जहाँ एक ओर  भारतीयों को सुरक्षित निकालने का काम जारी है वहीं दूसरी ओर  17 साल की एक भारतीय लड़की ने मानवीय मूल्यों और भाईचारे की मिसाल पेश की है। संकट की घड़ी में अपने मकान  मालिक के परिवार के साथ खड़े रहने का निर्णय लिया है। उसने यूक्रेन छोड़ने से इनकार कर दिया। मकान मालिक यूक्रेन के लड़ रहा है तथा  वह उसकी  पत्नी और तीन बच्चों के साथ नेहा के साथ बंकर में हैं।