5 फ़रवरी 2022

नागरी प्रचारिणी के स्‍थापना दिवस कार्यक्रम में रहा अमृत महोत्‍सव वर्ष का ओज

--साहितयकारों के परिप्रेक्ष्‍य में  'बडे लोगों की बडी बातें' का होगा प्रकाशन

नागरी प्रचारिणी सभा के स्‍थापना दिवस कार्यक्रम:अधी. पुरातत्वविद डा.राजकुमार
 पटेल ने मां सरस्‍वती की प्रतिमा पर किया माल्‍यपर्ण इन्‍सेट में  डा राम बाबू हरित

  आगरा:नागरी प्रचारिणी सभा आगरा की स्‍थापना दिवस को परंपरागत बसंत  पर्व पर मनाया गया।अमृत महोत्‍सव वर्ष में आयोजित होने के कारण राष्‍ट्रीय नेता स्‍व.मदन मोहन मालवीय का खास तौर से स्‍मरण किया गया। मालवीय जी आगरा मे सदभावना के मिश्‍न पर पूर्व केन्‍द्रीय मंत्री स्‍व.मदन मोहन मालवीय के साथ आगरा आये थे और उन्‍होंने अपने प्रवास के दौरान नागरी प्रचारिणी सभा के लिये भवन निर्माण को चंदा दिये जाने के लिये प्रेरित किया था।

उ प्र अनुसूचित जाति आयोग  के अध्‍यक्ष डा राम बाबू हिरत ने नागरी प्रचारिणी सभा से जुडी अपनी स्‍मृतियों ताजा की और बताया कि किस प्रकार से अपने छात्र जीवन में यहां आते रहे । उन्‍होंने कहा कि यह आगरा के प्रबुद्ध वर्ग का केनद्र रहा

है, कई साहित्‍यकारों और रचना धर्मियों का स्‍मारण कर कहा कि उन्‍हें हमेशा इस बात का गर्व अनुभव होता है कि श्री सोम ठाकुर और श्री रामेन्‍द्र नारायण त्रिपाठी जैसी कई हस्‍तियां  आज भी आगरा का नाम साहित्‍य जगत में गौरान्‍वित कर रही हैं।

 इस अवसर पर उपस्‍थित अधीक्षण पुरातत्वविद डा. राजकुमार पटेल ने कहा कि नागरी प्रचारिणी सभा का साहित्‍य जगत में महत्‍वपूर्ण योगदान है,उन्‍होंने सभा में उपलब्‍ध दुर्लभ साहित्‍य एवं विशिष्‍ट साहित्‍य संदर्भों की सहज उपलब्‍धता संभव करने के लिये डिजिटलाई जेशन करवाने का सुझाव दिया । 

ना प्र सभा अध्‍यक्ष रानी सरोज गौरिहार,डा खुशी राम शर्मा, डा कमलेश
नागरआदि स्‍थापना दिवस कार्यक्रम में सहभागियों के साथ।

 उन्‍होंने कहा कि दुर्लभ पुस्‍तकों और पांडुलिपियों के डिजिटिलाईजेशन में वह पूरा सहयोग करने को तैयार है,एक वेव साइड भी बनवाने का सुझाव भी उन्‍हों ने  दिया।

प्रख्‍यात कवि रामेन्‍द्र त्रिपाठी ने अपनी कई बडे साहित्‍यकारों से मुलाकात का उल्‍लेख करते हुए 'बडे लागों की बडी बातें' को लेकर अपने अनुभव बताये। उन्‍होंने कहा कि ये संस्‍मरण प्रेरक है और चाहते हैं कि अन्‍य साहित्‍यकारों को भी अगर इस प्रकार के अनुभव हो तो उन्‍हें भी समावेषित कर पुस्‍तक के रूप में मुद्रित करवाया जाये। इस कार्य को अगर सभा करवायेगी तो अधिक उपयुक्‍त रहेगा। सभा के उपसभापति  डा खुशीराम शर्मा ने सुझाव पर सहमति जताते हुए सभी से  सहयोग की अपेक्षा की। प्रख्‍यात कवि सोम ठाकुर, कवि रमेश पंडित ,आगरा कॉलेज के पूर्व प्राचार्य विनोद कुमार महेश्‍वरी ने भी अपनी सहमति जतायी।

डा अनामिका शर्मा,देवी सिह नरवार, शलभ शर्मा, राजीव सक्‍सेना, उपसभा पति डा कमलेश नागर ने आभार व्‍यक्‍त किया। सभापति रानी सरोजनी गौरिहार ने कार्यक्रम में मौजूद कवियों एवं साहित्‍यकारों का आभार व्‍यक्‍त करते हुए नागरी प्रचारिणी की रही गौरवमयी परंपरा का उल्‍लेख करते हुए इसे अनवरत बनाये रखने में सभी के सहयोग की अपेक्षा की। (फोटो:असलम सलीमी)