5 फ़रवरी 2022

सिटी रेलवे स्‍टेशन पर 'हैरीटेज हिस्‍ट्री' सूचना पट्ट लगाने को दी अनुमति

 -- डिज़ाइन आदि की स्वीकृति के बाद चैम्बर लगवायेगा ' हैरीटेज सूचना संबधी पट्ट '   

मुख्य मंडल वाणिज्य प्रबंधक आगरा मंडल श्री अमन वर्मा से चैंबर के एस एन
  अग्रवालएवं जर्नलिस्‍ट राजीव सक्‍सेना ने मुलाकात कर सौंपा अनुरोध पत्र।

आगरा:सिटी रेलवे स्‍टेशन से भले ही अब ज्‍यादा सवारी गाडियों का गुजरना अब कम हो गया हो किन्‍तु स्‍टेशन की बिल्‍डिंग के हैरीटेज लुक को लेकर आकर्षण बना हुआ है।नेशनल चैम्‍बर आफ इंडस्‍ट्रीज ऐंड कामर्स यू पी आगरा ने अपने सामाजिक सरोकार संबधी कार्यों के तहत यहां सूचना पट्ट लगवाने की रेलवे से पेशकश की है,जिसे सैद्धान्‍तिक रूप से मान लिया गया है।
चैम्बर अध्यक्ष मनीष अग्रवाल ने बताया कि आगरा महानगर के पुराने एवं जनजीवन में महत्वपूर्ण रहे सिटी स्टेशन के इतिहास व इसकी रही उपयोगिता की जानकारी देने  वाला सूचना पट्ट (होर्डिंग) स्टेशन परिसर में लगाया जाएगा।  इस संबंध में नेशनल चैंबर ऑफ इंडस्ट्रीज एंड कॉमर्स के रेलवे प्रकोष्ठ के चेयरमैन एस एन अग्रवाल एवं वरिष्ठ पत्रकार राजीव सक्सेना ने मुख्य मंडल वाणिज्य प्रबंधक आगरा मंडल श्री अमन वर्मा से  सूचना पट्ट लगाए जाने के संबंध में मुलाकात करने के साथ ही अनुरोध पत्र भी दिया ।

चैंबर प्रतिनिधियों ने उन्‍हें बताया कि स्‍टेशन से संबधित अनेक तथ्य परक जो जानकारियांहैं उन्‍हें उपलब्‍ध करवादिया जायेगा। साथ ही इन्‍हें आंकित  करने के लिये उपयुक्‍त सूचना पट्ट डिजाइन प्रस्‍तावित किया जायेगा। रेलवे अगर स्‍वीकृति प्रदान करदेगी तो चैंबर के द्वारा इन्‍हे  उपयुक्त स्थान पर लगवा दिया जाएगा।    श्री अग्रवाल ने कहा कि स्वीकृति एवं स्थल का चयन संबंधी औपचारिकताएं जहां रेलवे के द्वारा की जाएगी वहीं सूचना पट्ट को लगवाने का काम चेंबर करवाएग। उन्होंने चेंबर के प्रस्ताव को उपयुक्त एवं आगरा के पर्यटन प्रधानता वाले स्वरूप के अनुकूल बताया।  चेंबर की ओर से सूचना पट्ट लगवाने के लिए रेलवे को ही धन उपलब्ध करवाने की पेशकश भी की गयी जिस पर मुख्या मंडल वाणिज्यक प्रबंधक श्री वर्मा ने कहा कि होर्डिंग या बोर्ड चेंबर द्वारा ही बनवा कर लगवा दिया जाए।  किंतु उस बोर्ड पर अंकित की जाने वाली जानकारी और बोर्ड का आकार आदि  की स्वीकृति रेलवे द्वारा प्रदान की जाएगी।  वार्ता के बाद होर्डिंग  के लिए उपयुक्त स्थान आदि के निरीक्षण हेतु मुख्य मंडल वाणिज्य प्रबंधक  ने तत्काल आदेश भी दे दिया गया। 

 चेंबर के रेलवे प्रकोष्ठ के चेयरमैन एस एन अग्रवाल ने कहा कि रेलवे का सकारात्मक प्रयासों को हमेशा समर्थन रहा है।  सिटी स्टेशन का भवन अपनी पुरातन दृश्यता के कारण सदैव आकर्षण करने वाला रहा है।  बेलनगंज से सेंट जॉन्स कॉलेज क्रॉसिंग और हरी पर्वत  क्रॉसिंग तक की रोडों से आने-जाने वाले देशी-विदेशी पर्यटक अक्सर सिटी स्टेशन के सामने से होकर गुजरते समय जिज्ञासा एवं आकर्षणबस स्टेशन परिसर में भी पहुंच जाया करते हैं।   पट  लग जाने से उन्हें यहां के बारे में सटीक जानकारियों का मिलना संभव व सहज  हो जाएगा। 

  ज्ञातव्य हो कि चेंबर की ओर से रेलवे को ज्ञापन देकर स्टेशन पर सूचना पट्ट लगवाए जाने की मांग की जाती रही है।  गुजरात के विशिष्ठ दक्षता के कारीगरों द्वारा इसे अपनी विशिष्ट शैली में बनाया गया था।  100 वर्ष से अधिक पुराने (1903) में बने इस स्टेशन के एक छोर पर रेल मार्ग टनल में से होकर गुजरता है जबकि दूसरा छोर पर एलिवेटेड ट्रैक से होकर यमुना नदी पर बने ब्रिज (स्ट्रैची ब्रिज) से होकर गुजरता है जो अपने आप में एक विशिष्टता है। 

आगरा के वाणिज्‍य और संपर्क को सिटी स्‍टेशन और उसके रेल ट्रैक से काफी सहजता हुई। दरअसल स्‍ट्रैचीपुल बनने से पूर्व आगरा महानगर के लोगों को यमुना नदी पार करने के लिये बेलनगंज पीपों के पुल से होकर ही गुजरना पडता था। तत

काली वाहन इक्‍का ,टांगा, बैलगाडी और मोटरों के लिये यमुना पार करने का अन्‍य कोयी माध्‍यम था ही नहीं। आगरा फोर्ट पुल चालू था किन्‍तु रेलवे ट्रैक साइट लेन केवल पैदल चलने वालों के लायक ही थी। दो पहिया वाहनों का उस समय आगरा में प्रचलन ही नहीं था।