8 जनवरी 2022

पंद्रह साल से छोटे बच्चे भी कोविड टीकाकरण के पात्र: ए डी एफ

 -- जारी किये गये निर्देश में  जन्म का वर्ष 2007 है टीका-करण का आधार 

आगरा:कोरोना वायरस संक्रमण के नये वेरियंट ओमिक्रॉन के तेजी के साथ हुए फैलाव को दृष्‍टिगत महानगर के जनजीवन की खुशहाली को प्रतिबद्ध नागरिक संगठन 'आगरा डव्‍ल्‍ापमेंट फाऊंडेशन ने कहा है कि वर्ष 2007 या उससे पहले जन्मे बच्चे कोविड के विरूद्ध टीकाकरण करा सकते हैं चाहें उनकी उम्र 15 वर्ष से कम क्यों न हो। संगठन की ओर से  इस वर्ग के  सभी बच्चों और उनके अभिभावकों से इस कार्य में सक्रिय सहयोग की अपेक्षा की है।  एडीएफ के सचिव एवं वरिष्ठ अधिवक्ता के0सी0 जैन कहा है कि 2007 या उससे पूर्व जन्‍मे बच्‍चों के लिये टीककरण सर्वथा बैध है ।

श्री जैन ने बताया कि   केन्द्र सरकार द्वारा बच्चों के टीकाकरण के

सम्बन्ध में जो निदेश जारी किये गये हैं उसके अनुसार वर्ष 2007 या उससे पहले जन्मे सभी बच्चे टीकाकरण के लिए सुपात्र हैं। जारी किये गये निदेश में उम्र को आधार नहीं बनाया गया है बल्कि जन्म के वर्ष को आधार बनाया गया है और इस प्रकार 15 वर्ष से छोटे बच्चे भी जिनका जन्म वर्ष 2007 में हुआ था टीकाकरण करा सकते हैं।

किशोरों का टीकाकरण इसलिए भी जरूरी हो गया है कि कोरोना की तीसरी लहर में डेल्टा वेरिऐंट का भी संक्रमण पाया गया है और
उससे बचाव के लिए टीकाकरण जरूरी है। किशोरों के टीकाकरण की धीमी गति पर भी चिंता व्यक्त करते हुए जैन द्वारा कहा गया कि अबकि अभिवावकों को बिना किसी देरी के किशोरों को टीकाकरण तुरन्त कराना चाहिए ताकि कोरोना संक्रमण से प्रभावी रूप से बचा जा सके। उन्‍हों ने दूसरी  लहर के उस कष्‍टकारी दौर को याद दिलाते हुए कहा कि टीकाकरण न होने से अनेकों किशोर भी मृत्यु के ग्रास बन गये थे। एडीएफ के अध्यक्ष पूरन डावर द्वारा भी किशोरों के टीकाकरण के लिए अभिवावकों को जागरूक होने की अपील की गयी।

उल्‍लेखनीय है कि हवाई यातायात के अत्‍यंत सीमित रहजाने के बावजूद आगरा उ प्र का वह जनपद है जहां कि सबसे ज्‍यादा अंतर्राष्‍ट्रीय यात्रियों की आवाजाही रहती है। अंतर्देशीय संपर्क तो रेलवे,बस आदि के अवाध संचालन से सामान्‍य स्‍थितियों के समय का साही है।