22 सितंबर 2021

कांग्रेस पूरी दमदारी से आगरा में लडेगी विधान सभा चुनाव

-पार्षद डा शिरोमणी सिह भी पार्टी टिकट अभ्यार्थयों की सूची में

डा शिरामणी सिह ने कांग्रेस महानगर अध्यक्ष देवेन्द्र कुमार चिल्ल
को आगरा द. वि स. सीट से टिकट के लिये दिया आवेदन
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आगरा: कांग्रेस भले ही राजनैतिक परिदृष्य में चाहे जिस स्थिति में पहुंची हुई लेकिन आगरा में विधान सभा चुनाव लडने के लिये पूरी तरह से तैयार है। पार्टी के द्वारा उ प्र विधान सभा के 2022 चुनाव के लिये जनपद में शुरू की गयी प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।अगर राज्य में सत्ताधारी भाजपा के विरूद्ध कोयी चुनावी राजनैति के लिये कोयी गठबन्धन नहीं होता है तो पार्टी जनपद की सभी नौ सीटों पर अपने बूते पर ही चुनाव में टक्कर देगी।पार्टी के चार बार नगर निगम के पार्षद रहे डा शिरोमणी सिह महानगर कीआगरा दक्षिण सीट से पार्टी के

 टिकट के लिये आवेदन किया है।संभवत: अब तक इस सीट के लिये किया गया पहला आवेदन है।पूर्व चुनाव में भी इस सीट पर पार्टी कांग्रेस चुनाव लडती रही है। वर्ष 2017 के चुनाव में प्रमुख शू एक्सपोर्टर श्री नसीर अहमद को अपना प्रत्याशी बनाया था लेकिन उन्हें वह 39,434वोट मिले और तीसरे नम्बर पर रहे, 2012के चुनाव में भी श्री नसीर अहमद ही प्रत्याशी थे तथा 39,962 वोट मिले थे। दोनों ही बार यह सीट भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी के रूप में श्री योगेन्द्र उपाध्याय ने जीती थी। 2012 के चुनाव में जहां भाजपा प्रत्याशी को 74924 वोट मिले थे,वहीं 2017 के चुनाव में 1,11,882 मत मिले थे ।दोनों ही चुनवों में बसपा के प्रत्याशी श्री जुल्फकार अली भुट्टो थे और दूसरे नम्बर पर रहे थे।

--सोशल इंजीनियरिंग से निजात

वर्तमान में इस सीट पर भाजपा की स्थिति अधिक मजबूत मानी जा रही है, इसका एक बडा कारण बसपा के नेताओं में से अनेक का चन्द्र शेखर आजाद के नेतृत्व में गठित भीम आर्मी के साथ जुड जाना है । यही नहीं भीम आर्मी इस सीट पर अपना प्रत्याशी भी खडा करने जा रही है।

डा शिरोमणी सिंह ने पार्टी के महानगर अध्यक्ष श्री देवेन्द्र कुमा चिल्लू को  पार्टी टिकट के लिये अपना आवेदन देने के बाद 'प्रेस' को बताया कि पार्टी नेतृत्व उन्हे चुनाव लडने का अवसर देता है तो निश्चित रूप से एक मजबूत लडाई में होंगे।

 -- नौकरशाही के भ्रष्ट से संघर्ष मुख्य मुददा

उन्हों ने कहा सोशल इंजीनियरिंग के नाम पर जातीय राजनीति का युग अब जा चुका है। जनता इस समय भाजपा संरक्षित उस भ्रष्ट नौकरशाही का सामना करना पड रहा है जो कोयी भी काम नियम कायदे से करना जानती ही नहीं।तीस साल से पार्षद हूं किन्तु मेरा पिछले पाच साल का कार्यकाल केवल भ्रष्टाचार या अकर्यमणता से लडते ही बीता है।

डा शिरोमणी सिंह ने बताया कि आगरा की रोजीरोटी का मुख्य माध्यम 'पर्यटन उद्योग' चौपट हो चुका है। बडी जूता उत्पादक इकाईयों का संचालन तक हाशिये पर है,महानगर की जनता दोषपूर्ण स्मार्ट सर्विलेंस सिस्टम आधारित जुर्मानों और सडकों पर होने वाले उत्पीडन से तंग है .

पार्टी सूत्रों से वैसे अनौपचारिक जानकारी के अनुसार कांग्रेस सभी नौ सीटों से प्रत्याशी लडाने का लक्ष्य कर सक्रिय है, अगर गठबन्धन की राजनीति नहीं होती है तो छावनी (सु.) सीट से पार्टी के महानगर अध्यक्ष श्री देवेन्द्र कुमार चिल्लू तथा खेरागढ सीट से जिलाध्यक्ष राघवेंद्र सिंह मीनू का चुनाव लडना अनुमानित है. पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिह पिछले  दो चुनाव आगरा देहात सीट से लड चुके हैं,और तीस हजार से ज्यादा वोट प्राप्त करते रहे हैं, सोशल इंजीनियरिंग आधारित जातिय राजनीति करने वाली पार्टियों में मची भागदौड को इस सीट के लिये कांग्रेस के लिये अनुकूल माना जा रहा है . सिविल एयरपोर्ट के लिये अधिग्रहित बल्हेरा, बल्हेरा ,आदि गांवों की अधिग्रहित  जमीन के लिये अधिकतम मुआबजा दिलवाये जाने को लगातार रही उनकी सक्रियता उनके चुनावी संघर्ष के लिये एक अन्य सकारात्मक कारण है.

फिलहाल कांग्रेस नेताओं का कहना है कि कांग्रेस आगरा मे चुनाव लडेगी और पूरी दमदारी से अपने प्रत्याशी उतारेगी.