25 दिसंबर 2018

प्रधानमंत्री ने बोगीबील पुल राष्‍ट्र को समर्पित किया, पहली यात्री रेलगाड़ी को झंडी दिखाई

प्रधानमंत्री  नरेन्‍द्र मोदी ने आज असम में बोगीबील सेतु राष्‍ट्र को समर्पित किया। यह सेतु असम के डिब्रूगढ़ और धेमाजी जिलों के बीच ब्रह्मपुत्र नदी पर निर्मित है। आर्थिक और सामरिक दृष्टि से राष्‍ट्र के लिए इसका अत्‍यधिक महत्‍व है। ब्रह्मपुत्र नदी के उत्‍तरी  तट पर कारेंग चापोरी में एक जनसभा में प्रधानमंत्री ने इस पुल को पार करने वाली सबसे पहली यात्री रेलगाड़ी को भी झंडी दिखा कर रवाना किया।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने प्रसिद्ध असमिया गायिका दीपाली बोरठाकुर को श्रद्धांजलि दी, जिनका हाल ही में निधन हो गया था। उन्होंने राज्य के कई अन्य प्रसिद्ध और ऐतिहासिक हस्तियों को भी श्रद्धांजलि दी,  जिन्होंने विभिन्न क्षेत्रों में राज्य और देश को प्रतिष्ठित किया। उन्होंने लोगों को
क्रिसमस के अवसर पर शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि आज पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल बिहारी वाजपेयी की जयंती है, और इसे "सुशासन दिवस" ​​के रूप में भी मनाया जाता है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि पिछले साढ़े चार वर्षों में  केंद्र सरकार ने सुशासन के उद्देश्य को आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि ऐतिहासिक बोगीबेल रेल-सह-सड़क पुल का लोकार्पण इस उद्देश्य का प्रतीक है। श्री मोदी ने कहा कि यह पुल इंजीनियरिंग और प्रौद्योगिकी का एक चमत्कार है और अत्यधिक सामरिक महत्व का है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पुल असम और अरुणाचल प्रदेश के बीच की दूरियों को कम करता है। उन्होंने कहा कि यह इस क्षेत्र में  जीवन को काफी आसान बनाएगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह पुल इस क्षेत्र के लोगों के लिए कई पीढ़ियों से एक सपना था, जो अब एक वास्तविकता है। उन्होंने कहा कि डिब्रूगढ़ क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और वाणिज्य का एक महत्वपूर्ण केंद्र है और ब्रह्मपुत्र के उत्तर में रहने वाले लोग अब इस शहर तक अधिक आसानी से पहुंच सकते हैं।