16 जून 2018

भारतीय फिल्म दर्शक देख सकेंगे 23 यूरोपीय देशों की सुन्दर फ़िल्में

नीना कुकर्णी 
नई दिल्ली। इस वर्ष भारत यूरोपीय संघ फिल्‍म महोत्‍सव  में 23 यूरोपीय सदस्‍य देशों की 24 नई यूरोपीय फिल्‍मों के चयन के साथ सिनेमा प्रेमियों के लिए कुछ असाधारण कहानियां होंगी। ईयूएफएफ का आयोजन यूरोपीय संघ और विभिन्‍न सिटी फिल्‍म क्‍लब में यूरोपीय संघ के सदस्‍य राष्‍ट्रों के दूतावासों के प्रतिनि‍धियों के साथ भागीदारी कर भारत सरकार के सूचना और प्रसारण मंत्रालय के फिल्‍मोत्‍सव निदेशालय द्वारा किया गया है। इसका शुभारंभ 18 जून, 2018 को नई दिल्‍ली में होगा। महोत्‍सव के दौरान  नई दिल्‍ली, चेन्‍नई, पोर्ट ब्लेयर, पुद्दुचेरी, कोलकाता, जयपुर, विशाखापत्तनम, त्रिशुर, हैदराबाद और गोवा सहित देश के 11 शहरों में फिल्‍मों का प्रदर्शन किया जाएगा....

इस वर्ष के विशेष आकर्षण के रूप में दर्शकों, छात्रों और फिल्‍म निर्माताओं को फिल्‍म महोत्‍सव के लिए भारत आने वाली फिल्‍मी हस्‍तियों कैटरीना क्रनाकोवा (स्लोवाकियाई निर्माता), पाउला ऑर्टिज़ (स्पेनिश निर्देशक), साल्वाटोर एलोका (इटली के निर्देशक), यानीस कोरिस (ग्रीक निर्देशक), डगलस बॉसवेल (बेल्जियम के निर्देशक) और एडम फ़ेकेटे (हंगरी के अभिनेता) से मुलाकात करने का मौका मिलेगा।

23वें यूरोपीय फिल्‍म महोत्‍सव में साइबर जगत में जीवन आने से वास्‍तविकता धूमिल होने, नायक के विपरित मसखरे की भूमिका का नाटक करने से मुक्ति का अवसर मिलने, असंतुष्‍ट विवाह प्रथाओं में फंसे पुरुष द्वारा अपनी स्वतंत्रता के लिए अपनाएं असामान्य तरीके, एक संगीत आलोचक और उसके पिता द्वारा एक आकर्षक मनोचिकित्सक का ध्यान आकर्षित करने के लिए प्रतिस्पर्धा करने पर आलोचक का अपने पिता से दुखी होना और रोमांचक यात्रा के दौरान तीन कुर्दिश भाई-बहनों के अचानक एक-दूसरे के करीब आने की कुछ असाधारण कहानियां हैं। ये 2018 के यूरोपीय संघ फिल्‍म महोत्‍सव के कुछ अनोखे विषय हैं।