-- देश की प्रगति के लिये कौमी एकता सबसे जरूरी :तिवारी
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सर्वधर्म सदभावना सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए मेयर नवीन जैन ,हेमंत तिवारी अशफाक अहमद एवं धर्मगुरू: फोटोअसलम सलीमी |
सौहाद्रता और सद भावना बनाये रखने की सबसे ज्यादा जरूरत है और यह तभी संभव है जबकि विभिन्न मतालम्बी और समुदाय साथ आयें,यह कहना है इंडियन फेडरेशन ऑफ वर्किंग जर्नलिस्टस के उपाध्यक्ष हेमंत तिवारी का । उन्होंने कहा कि कौमी एकता को केवल राजनीतिज्ञों और सरकारों के भरोसे छोडदेने से काम चलने वाला नहीं है धर्म गुश्रओं और सामाजिक आंदोलनों से सरोकार रखने वालों को आगे आना होगा।
श्री तिवारी जो कि आगरा के माथुर वैश्य सभागार में आईडियल सोशल वैल्फेयर आर्गनाईजेशन के तत्वावधान में आयोजित सर्वधर्म सदभावना सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे ने कहा कि मुझे यह कहने में कोयी गुरेज नहीं है कि देश के तमाम
नेताओं ने सियासी ताकत के लिए कौम की एकता का बंटवारा कर दिया है। ऐसे सम्मेलनों का होना आवश्यक है, खुशी की बात है सुलह कुल की नगरी ‘आगरा’ मने इसकी पहल की है। मेयर नवीन जैन ने कहा की उनकी हर कोशिश रहेगी कि कौमी एकता को निरंतर मजबूती मिले।
रिटायर्ड पुलिस अफसर और संस्था के अध्यक्ष अशफाक अहमद ने इस लम्हे को आपसी एकता का सबसे बड़ा उदाहरण बताते हुए कहा कि देश-प्रदेश में आए दिन सांप्रदायिक विवाद होते रहे हैं। ऐसे में यह आयोजन महत्वपूर्ण कडी है। उन्हों ने कहा कि देश की प्रगति और समाज की खुशहाली के लिये कौमी एकता को बनाए रखना सबकी जिम्मेदारी है। यह देश संस्कृतियों का देश है। यही देश की ताकत है। मन्कामेश्यवर मन्दिर के महंत योगेश पुरी ने सदभावना सम्मेलन की सराहना करते हुए कहा कि जिस तरह से अमेरिका में रहने वाला अमेरिकी, जापान में रहने वाला जापानी है, उसी तरह हिन्दुस्तान में रहने वाला हिंदुस्तानी है। फादर मून लाजरस, भदंत ज्ञानरत्न, दिनेश बंसल, वसीम अहमद, मुकेश जैन, हाजी जुल्फिकार अहमद, नसरीन बेगम, डॉ. शशि प्रभा जैन, नजीर अहमद ने भी आपसी एकता को महत्वपूर्ण बताया। मुकेश गुप्ता, तलअत आयशा, शीला बहल, वत्सला प्रभाकर, सोमा जैन, जोफिशां, सलीम शमशाद खान आदि मौजूद थे। डॉ. शशि तिवारी ने सदभावना गीत प्रस्तुत किया।
सर्वश्री दिनेश बंसल कातिब, नसीर अहमद, श्रीमती शीला बहल, वत्सला प्रभाकर, इरुान , सलीम , शमशाद खान, अजलि वर्मा, रानी सरोज गौरिहार, तलअत आयशा, अनिल बंसल, जोफिशा, हाजी जमीलुद्दीन कुरैशी, आदि की सम्मेलन में भागीदारी रही। कार्यक्रम का संचालन श्री समी आ आगाई और सुश्री सोम्या जैन के द्वारा किया गया।