18 सितंबर 2017

आवारा पशुओं को जन सहयोग प्राप्त कर गोशालाओं में ले जाया जायेगा

लखनऊ। उत्तर  प्रदेश के सभी नगर आयुक्तों, नगर निगम को निर्देश दिये हैं कि सभी 16 नगर निगमों में एक अभियान चलाकर छुट्टा पशुओं को सड़क व अन्य सार्वजनिक स्थानों से पकड़कर निकायों द्वारा विकसित कान्हा उपवन अथवा इस कार्य के लिए विकसित गौशालाओं में रखा जाये। इस कार्य में निजी संस्थाओं द्वारा संचालित गौशालाओं का भी सहयोग प्राप्त किया जाये। 
विशेष सचिव एवं मिशन निदेशक स्वच्छ भारत अभियान उमेश प्रताप सिंह की ओर से समस्त नगर आयुक्तों को जारी दिशा-निर्देश में कहा है कि उ0प्र0 के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी ने नगर निगम क्षेत्रों में छुट्टा पशुओं के सड़क व सावर्जनिक स्थलों पर रहने की स्थिति पर अत्यन्त असंतोष प्रकट किया है और यह आदेश दिये हैं कि आवारा पशुओं को जन सहयोग प्राप्त करते हुए इन्हें गोशालाओं में रखा जाये तथा इनके रख-रखाव की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित की जाये। 

नगरीय निकायों की यह जिम्मेदारी है कि वह जनसामान्य के लिए हो रही इस असुविधा का तत्काल निवारण करें तथा ऐसे सभी पशुओं की देख रेख की समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराये। छुट्टा पशुओं को पकड़ने के लिए अभियान चलाने से पूर्व गौशालाओं की साफ सफाई व पेयजल की व्यवस्था, रोशनी, चारे एवं शेड की व्यवस्था भी सुचारू रूप से की जाये। छुट्टा पशु नगरीय क्षेत्रों में सड़कों एवं सार्वजनिक स्थलों पर आहार की तलाश में घूमते रहते हैं जो आम जनता के लिए असुविधा का कारण बनते हैं। 
निर्देशों में यह भी कहा गया है कि छुट्टे पशुओं की पशु चिकित्सक की देख रेख में दवा की व्यवस्था सुनिश्चित करायी जाये, इसके साथ ही नगर निगम अपने क्षेत्र में जनसहयोग प्राप्त करते हुए ग्रो-ग्रास के रूप में इच्छुक नगर वासियों से प्रति पशु प्रति वर्ष अथवा नियत अवधि के लिए चारे की उपलब्धता के लिए एक व्यवस्था विकसित की जाये क्योंकि समुचित आहार की तलाश में भटकते रहते हैं।
मिशन निदेशक ने अपने निर्देशों में यह भी कहा है कि छुट्टा जानवरों के मामले में समस्त नगर आयुक्त व्यक्तिगत ध्यान देकर ठोस व सकारात्मक कार्यवाही सुनिश्चित कराये तथा इसकी सूचना प्रतिदिन सांय 6ः00 बजे तक उपलब्ध कराना भी सुनिश्चित करें। उन्होंने यह भी कहा है कि इस कार्य में किसी स्तर पर शिथिलता न बरती जाये।