चंद वर्षों में राजनितिक दुनिया में कदम रखने वाले फ्रांस के 39 वर्षीय इमैनुएल मैक्रों देश के सबसे युवा राष्ट्रपति होंगे । चार पांच वर्ष पूर्व मैक्रों का नाम राजनीति में लोग जानते तक नहीं थे। मैक्रों ने राष्ट्रपति बनते ही अपने पहले भाषण में कहा सब कुछ संभव हो सकता है यदि दिल में द्रणसकल्प मजबूत है। हूबर टैक्सी , डिज़िटल दुनिया आदि के भारी हिमायती मैक्रों ने फ्रांस में ही नहीं पूरे यूरोप में युवाओं का दिल जीत लिया। उनकी सुन्दर पर्सनॅलिटी और भाषणों ने लोगों को भरी आकर्षित किया। फ्रेंच होम मिनिस्ट्री अनुसार 93 प्रतिशत मतों की गिनती के बाद इमैनुएल मैक्रों को एक करोड़ 93 लाख मत मिले जबकि सुश्री लु पैन को 1 करोड़ चार लाख मत मिले। अब मैक्रों के सामने फ्रांस और यूरोपीय संघ के राजनीतिक और आर्थिक सुधारों का बेहद महत्वाकांक्षी एजेंडा है। दुनिया भर के नेताओं ने मैक्रों को जीत की बधाई दी है। फ्रांसीसी मतदाताओं ने युवा राष्ट्रपति के आने से सिर्फ फ्रांस का ही नहीं यूरोप के भविष्य को उज्वल बताया।