सपा और कांग्रेस के गंठबंधन के आसार काफी कम नज़र आ रहे हैं। इस मिलन का चुनाव से पहले ही सीन सामने आना शुरू हो गया है। यह गंठबंधन न होने से बीजेपी और बीएसपी को कुछ न कुछ फायदा अवश्य मिलेगा। अखिलेश और मुलायम बाहर कुछ भी दिखा रहे हों किन्तु आंतरिक झगड़े कम होते हुए नहीं दिखाई दे रहे हैं। सपा के केंद्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव द्वारा अपनी पार्टी के मनमाने उम्मीदवारों की सूची जारी किये जाने के बाद इस गंठबंधन के आसार अब कम दिखाई देने लगे हैं। सपा कांग्रेस से गंठबंधन के नाम पर फायदा लेना चाहती है, किन्तु वायदे की गई सौ सीटें तक नहीं देना चाहती है। इसका कारण हो सकता है मुलायम सिंह के खास लोगों को एडजस्ट करना।