आगरा सेंट्रल जेल में उम्रकैद के कैदियों ने भूख हड़ताल पर बैठ कर अपनी रिहाई की मांग की है । बताया जाता है मध्य प्रदेश की सरकार ने स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर प्रदेश की कई केंद्रीय जेलों से 200 से अधिक कैदियों को रिहा किया था। आगरा में मानव अधिकार कार्यकर्ता नरेश पारस ने कहा आगरा सेंट्रल जेल में उम्रकैद की सजा काटने वाले कैदियों की संख्या लगभग दो सौ है। जेल प्रशासन का मानना है कि यदि यह कैदी बाहर जाते हैं तो दुबारा से क्राइम कर सकते हैं।