उज्जैन में संत इस बार रंगों की जगह गोमूत्र और गाय के गोबर के साथ होली खेलेंगे। यहाँ के प्रसिद्ध जूना अखाडे के मध्य सभी संत जमा होंगे और वे एक-दूसरे पर गाय को गोबर लगाएंगे। इस नए तरह से होली खेलने का निर्णय 13 अखाड़ों के संतों ने एक साथ मिलकर लिया है। इस तरह की होली से ये लोग देश भर में भारतीय संस्कृति में गाय के महत्व का सन्देश भेज़ना चाहते हैं।