25 मार्च 2016

' जीते जी मिल जाय आगरा को ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट’

प्रख्‍यात साहित्‍यकार अचला नागर और राजनीतिज्ञ


 बने ब्‍यूरोक्रेट चन्‍द्रपाल 'एयर कनैक्‍टिविटी पर एकमत


आगरा:ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट आगरा में बनाये जाने के लिये शुरू हुए आगरा डिजर्बस इट-जागो आगरा मूवमेंट को प्रख्‍यात
          ( पॉलीटीशियन चन्‍द्रपाल)       (साहित्‍यकार डाअचला नागर )        
साहित्‍यकार डा अचला नागर और ब्‍यूरोक्रेट से राजनीतिज्ञ हुए आदर्श समाज पार्टी के अध्‍यक्ष  चन्‍द्र पाल ने अपना समर्थन दिया है।आंदोलन कॉडीनेट कर रहे श्रीअनिल शर्मा का कहना है कि टूरिज्‍म से जुडे हुए संगठनों और इइंडस्‍ट्रियलिस्‍टों का मुखर होकर साथ आना भी अपने आप में आंदोलन की एक बडी उपलब्‍धि है किन्‍तु इन दोनों की अपने अपने क्षेत्र खास पहचान होने से इनका समर्थन अत्‍यंत महत्‍वपूर्ण है।वैसे भी ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट का आगरा में बनायेजाने की मांग महज एक जरूरत नहीं आपितु ताज सिटी के आर्थिक विकास...
से जुडा एक ऐसा मुददा है जिसमें सफल होने पर समाज के सभी वर्ग और सिविल सोसायटी का हर क्षेत्र लाभान्‍वित होगा।
ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट आगरा में ही बने ,यह कहना है प्रख्‍यात साहित्‍यकार ,पटकथा लेखिका डा श्रीमती अचला नागर का। वह कहती हैं कि वर्षों से आगरा के नागरिक और यहां से जुडाव रखने वाले इंटरनेशनल एयरपोर्ट को बनाये जाने की आस लगाये बैठे  थे ,किंतु अब तो बात ताज सिटी की एयर कनैक्‍टिविटी तक ही सीमित करने की कोशिश है। आगरा में जन्‍मे प्रख्‍यात साहित्‍यकार डा अमृत लाल नागर की बेटी डा अचला नागर जो कि अपने आप में राष्‍ट्रीय साहित्‍य जगत और वालीवुड में अपने आप में एक स्‍थापित नाम है का कहना है कि वह वषों से आगरा में इंटरनेशनल एयर कनैक्‍टिविटी का इंतजार करती रही हैं अब तो केवल यही उम्‍मीदलगाती हैं कि काश उनके जीवन काल में यह संभव हो सके। अचला वर्षो से आगरा से बाहर हैं,किन्‍तु ज्‍ज्‍बाती तौर पर इस शहर से कभी भी कमजोर न पड सकने वाली डोर से बंधा हुआ है। यहा के गोकुलपुरा मौहल्‍लो को लेकर भावनात्‍क सहृदयता जग जाहिर है।
ताज महल के शहर का भविष्‍य कौन बना रहा है,कम से कम इस शहर की भलाई का सोच रखने वाले तो उनमें नहीं हैं।अन्‍यथा एक दर्जन से ज्‍यादा स्‍क्रीन स्‍क्रिप्‍ट लिखने और इतनी ही पटकथाये देनेवाली दूर दर्शन व आकाशवाणी से जुडी इस नामचीन हस्‍ती जैसो शख्‍सियत को अपना दर्द व्‍यक्‍त करने की जरूरत नहीं पडती।
ब्‍यूरोक्रेट से पौलीटिशीयन बने पूर्व संयुक्‍त सचिव श्री चन्‍द्र पाल का कहना है कि उन्‍होंने तो 1977 में ही आगरा में इंटरनेशनल एयरपोर्ट की मांग को निदेशक उ प्र पर्यटन के रूप में उठाया था।यह वह दौर था जबकि राजनीतिज्ञा आगरा की इस जरूरत से अनभिज्ञ थे। आगरा कैंट और ताज खेमा पर पर्यटन सूचना केन्‍द्रो के निर्माण की आधारशिला रखने के कार्यक्रम के अवसर पर उन्‍होंने यह मामला उठाया था।
श्री चन्‍द्रपाल ने कहा है कि वर्तमान में जिन सांसद महोदय को यह मामला उठाना चाहिये था,वह तो इंटरनेशनल एयरपोर्ट लाकर यहांकी स्‍थिति खास करने के सथान पर शहर की अपनीविशिष्‍टता रही सांप्रदायिक सदभावना को ही कमजोरकरने में लगे हुए हैं।

ताज इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिये चल रहे आंदोलन आगरा डिजर्बस इट-जागो आगरा  के कॉर्डीनेटर अनिल शर्मा ने श्री चन्‍द्रपाल से उम्‍मीद जतायी है कि इस आंदालन को गतिशील बनाये रखकर मुकाम हांसिल करने के लिये वह अब भी अपने अनुभवों से लाभान्‍वित करना जारी रखेंगे।