--राष्ट्रद्राेह के नारे लगा रहे जे एन यू के छात्रों का समर्थक होने का आरोप
नई दिल्ली:देश की राजधानी में जेएनयू में हुई नारेबाजी
के कारण मीडिया में बनी सुर्खियां अब देश के तमाम भागोंमें अपना असर दिखाने लगी है।
लखनऊ में तो मामला उस समय अदालत तक में जा पहुंचा जबकि एक अधवक्ताप्रमोद पांडे ने
लखनऊ खंड की जिला अदालत में
एक अर्जी दाखिल कर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधीऔर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उेश द्रोह का मुकदमा दर्ज करने को फरियाद की। इन दोनो ही नेताओं पर अधिवक्ता के द्वारा राष्ट्र विरोधी नारे लगाने वाले जे एन यू के छात्रों का समर्थन का आरोप लगाया गया है।
एक अर्जी दाखिल कर कांग्रेस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष राहुल गांधीऔर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के खिलाफ उेश द्रोह का मुकदमा दर्ज करने को फरियाद की। इन दोनो ही नेताओं पर अधिवक्ता के द्वारा राष्ट्र विरोधी नारे लगाने वाले जे एन यू के छात्रों का समर्थन का आरोप लगाया गया है।
जिला अदालत ने अर्जी मंजूर करते हुए इस मामले की सुनवायी
27 फरवरी को करने का आदेश दिया है।प्रमोद पांडेय ने अपने प्रर्थाना पत्र में लिखा है
कि 9फरवरी 1916 को जे एन यू के छात्रों ने देश द्राह के नारे लाये थे।इन छात्रों ने
संसद पर हमला करवो के मास्टरमाइंडअफजल गुरू के समर्थन में भी नारे लगाये थे 1जे एन
यू के छात्रोंका इस मामले में श्री केजरी वाल ओर श्री राहुल गांधी ने समर्थन किया था।
जे एन यू
में राहुल गांधी ने कहा था कि देश में सभी को अपनी अभिव्यक्ति की आजादी है,अर्जी में लिखा गया है कि श्री गांधी
का यह बयान अपने आप में देश द्रोह हैजबकि मुख्यमंत्री अरविद केजरीवाल ने
छात्रों का समर्थन किया था वह भी देश द्राह है।