8 दिसंबर 2015

पत्रकार सुरक्षा कानून की मांग को लेकर संसद पर प्रचंड प्रदर्शन

जंतर.मंतर पर जुटे देश भर से हजारों पत्रकार, प्रधानमंत्री को ज्ञापन

आगरा। ।  पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने की मांग को लेकर नेशनल यूनियन आफ जर्नलिस्ट इंडिया के नेतृत्व में देशभर के हजारों पत्रकारों ने जंतर-मंतर पर प्रचंड प्रदर्शन किया। पत्रकारों पर देश भर में बढ़ रहे जानलेवा हमलों के विरोध में संसद भवन की तरफ बढ़ रहे मीडियाकर्मियों को रोकने के लिए पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी। पत्रकारों ने जोरदार नारेबाजी करते हुए मीडिया काउंसिल और मीडिया आयोग के गठन की मांग की और इस संबंध में प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी को अपना ज्ञापन सौंपा। 
नेशनल यूनियन आफ जनज़्लिस्ट इंडिया के अध्यक्ष रासबिहारी ने कहा कि आज पत्रकार जानलेवा हमलों उत्पीडऩ और शोषण से पीडि़त हैं। इस साल देश में 8 पत्रकारों को सच लिखने की कीमत अपनी जान देकर गंवानी पड़ी। 200 से ज्यादा पत्रकारों पर हमला किया गया। चिंताजनक यह है कि पीड़ित पत्रकारों को न्याय मिलना तो दूर...
उनकी पीड़ा को सुना भी नहीं जा रहा। लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को बचाने के लिए यह जरूरी है है कि केंद्र सरकार पत्रकार सुरक्षा कानून बनाने का फैसला अविलंब ले। उन्होंने कहा कि मीडिया काउंसिल और मीडिया आयोग का गठन तुरंत करने की जरूरत है। 
एनयूजे आई के राष्ट्रीय महासचिव रतन दीक्षित ने कहा कि आज पत्रकार तमाम कठिनाइयों से जूझ रहा है। पत्रकार बिरादरी आज केंद्र सरकार से न्याय की उम्मीद किये बैठी है। 
प्रदर्शन में उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश, महाराष्ट, छत्तीसगढ़,  झारखंड, उड़ीसा, बंगाल, बिहार और आंध्र प्रदेश सहित कई राज्यों से आए पत्रकारों ने अपनी आवाज बुलंद की। प्रदर्शन में उपजा के प्रदेश सचिव अशोक अग्रिहोत्री, एनयूजेआई सदस्य विवेक जैन, उपजा जिलाध्यक्ष अरुण रावत, डीके शर्मा, हरीओम रावत, आदित्य रावत, सुनील कुलश्रेष्ठ, वीरेन्द्र सिंह, सुभाष निगम, बन्ने खां आदि मौजूद रहे।