विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पत्रकारों को बतया कि 60 लोगों के 18 दल उत्तराखंड स्थित लिपूलेख दर्रा के पुराने मार्ग से यात्रा करेंगे जबकि 50 लोगों के 5 दल नाथुला के रास्ते से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाएंगे।सुषमा स्वराज कहा कि नए रास्ते से तीर्थयात्री गाड़ियों के जरिए वहां तक पहुंच सकते हैं।उन्होंने कहा कि इस बार सरकार ने यात्रा में वाइस रिस्पोंस सिस्टम की शुरूआत की जो कि तीर्थयात्रियों के लिए गाइड का काम करेगा।
11 जून 2015
कैलाश मानसरोवर यात्रा का पहला जत्था नई दिल्ली से रवाना
विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने पत्रकारों को बतया कि 60 लोगों के 18 दल उत्तराखंड स्थित लिपूलेख दर्रा के पुराने मार्ग से यात्रा करेंगे जबकि 50 लोगों के 5 दल नाथुला के रास्ते से कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाएंगे।सुषमा स्वराज कहा कि नए रास्ते से तीर्थयात्री गाड़ियों के जरिए वहां तक पहुंच सकते हैं।उन्होंने कहा कि इस बार सरकार ने यात्रा में वाइस रिस्पोंस सिस्टम की शुरूआत की जो कि तीर्थयात्रियों के लिए गाइड का काम करेगा।