--कैबीनेट सैकेट्री की अध्यक्षता में इंटर मिनिस्ट्री कमेंटी गठित
--नेताजी के पोते सूर्य चन्द्र बोस ने बर्लिन में पी एम मोदी से की थी मुलाकात
(प्रधानमंत्री मोदी के साथ नेताजी के नाती सूर्य चन्द्र बोस) |
कोलकत्ता : कुछ ही दिनों
में नेताजी सुभाष चंद्र बोस की राजनीति
और गुमशुदगी से जुडा कोई भी ऐसा रहस्य आफीशियल सीके्रट एक्ट के तहत रोकी गयी
फाइलों में ही दबा नहीं रह जायेगा। अब तक गुप्त कर रखी गयी इन फाइलों के संबध में
(ऑफिशियल सीक्रेट्स एक्ट -ओएसए) के रिव्यू के लिए केंद्र सरकार ने एक कमेटी बनाई
है। इस इंटर-मिनिस्ट्रियल कमेटी का नेतृत्व कैबिनेट सचिव कर रहे हैं ।इस कमेटी
में रॉ, आईबी, होम
मिनिस्ट्री के अलावा पीएमओ के अधिकारी भी शामिल किये गये हैं।
भारत सरकार के फैसले पर
नेताजी के परिवार ने खुशी जताई है। उनके पर पोते सूर्यचन्द बोस
ने प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से उनकी जर्मन यात्रा के दौरान मुलाकात की थी।
ने प्रधान मंत्री श्री नरेन्द्र मोदी से उनकी जर्मन यात्रा के दौरान मुलाकात की थी।
श्री बोस ने कहा कि
परिवार गुमशुदगी और नेताजी के जीवन से जुड़े किसी भी तथ्य को स्वीकार करेगा।
उन्होंने कहा, ''हो सकता है कि फाइलों से होने वाले खुलासे में
नेताजी की बेहतर छवि न सामने आए। उनके बारे में कुछ निगेटिव भी हो सकता है। लेकिन
जो भी उजागर होगा हमें इसे स्वीकार करना होगा। परिवार नेताजी के बारे में किसी भी
खुलासे को स्वीकार करने को तैयार है।''
सूर्य बोस ने कहा था, ''मैंने
पीएम मोदी को कुछ बिंदुओं को लिखित में
दिया है। इसमें परिवार की नेहरू द्वारा जासूसी कराए जाने की बात भी शामिल
है।