प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय राजधानी में सूक्ष्म इकाई विकास एवं पुनर्वित्त एजेंसी लिमिटेड (मुद्रा) एक बैंक का शुभारंभ करेंगे। वित्त वर्ष 2015-16 के अपने बजट भाषण में केन्द्रीय वित्त मंत्री श्री अरुण जेटली ने 20,000 करोड़ रुपये की राशि तथा 3,000 करोड़ रुपये की ऋण गारंटी राशि के साथ एक सूक्ष्म इकाई विकास पुनर्वित्त एजेंसी (मुद्रा) बैंक के सृजन का प्रस्ताव रखा था। मुद्रा का गठन एक कानून बनाने के जरिये किया जाएगा। यह एक प्रधानमंत्री...
मुद्रा योजना, सभी सूक्ष्म वित्त संस्थानों (एमएफआई)- जो विनिर्माण, व्यापार एवं सेवा गतिविधियों से जुड़े सूक्ष्म/ लघु व्यवसाय इकाइयों को ऋण देने के व्यवसाय में हैं- के जरिये विकास एवं पुनर्वित्त के लिए जवाबदेह होगा। मुद्रा लघु/सूक्ष्म व्यवसाय उपक्रमों के स्थानीय वित्तदाताओं को वित्त मुहैया कराने के लिए राज्य/ क्षेत्रीय स्तर के समन्वयकों के साथ साझीदारी भी करेगा। इसके अतिरिक्त,इसका उद्देश्य केवल ऋण के दृष्टिकोण से आगे बढ़कर देशभर में फैले इन उपक्रमों के लिए ऋण जमा समाधान प्रस्तुत करना भी है।
मुद्रा योजना, सभी सूक्ष्म वित्त संस्थानों (एमएफआई)- जो विनिर्माण, व्यापार एवं सेवा गतिविधियों से जुड़े सूक्ष्म/ लघु व्यवसाय इकाइयों को ऋण देने के व्यवसाय में हैं- के जरिये विकास एवं पुनर्वित्त के लिए जवाबदेह होगा। मुद्रा लघु/सूक्ष्म व्यवसाय उपक्रमों के स्थानीय वित्तदाताओं को वित्त मुहैया कराने के लिए राज्य/ क्षेत्रीय स्तर के समन्वयकों के साथ साझीदारी भी करेगा। इसके अतिरिक्त,इसका उद्देश्य केवल ऋण के दृष्टिकोण से आगे बढ़कर देशभर में फैले इन उपक्रमों के लिए ऋण जमा समाधान प्रस्तुत करना भी है।