21 सितंबर 2014

वि‍शि‍ष्‍ट जोनों के बि‍जली के बि‍ल सार्वजनि‍क हो

जन चर्चा है कि‍ आगरा के बि‍जली के बि‍लो को बनाये जाने में दोहरे मापदंड अपनाये जा रहे है।एक तो सामान्‍य जनता के लि‍ये है और दूसरा कुछ खास लोगों के लि‍ये।इनमें हमारे जि‍ले व शहर के जनप्रति‍नि‍धि‍ भी शामि‍ल हैं।हो सकता है कि‍ बि‍जली की कटौति‍याें का दौर जारी रहने के बावजूद पूर्व वि‍लों से भी अधि‍क वि‍द्युत बि‍ल आने से बौखलाये लोगों की प्रति‍क्रि‍या हो।कि‍न्‍तु अपने आप में यह गंभीर मामला है।पारदर्शि‍ता को दृष्‍टि‍गत नैति‍कता के लि‍ये यह जjwरी हे कि‍ जनप्रति‍नि‍धयों के वि‍द्युत बि‍ल सार्वजनि‍क कि‍ये जाये अर्थात नैट पर डाले जाये।इसी प्रकार सत्‍तादल के लोगो के भी बि‍लों के भी सार्वजनि‍क कि‍ये जाने की अपेक्षा है।जो वी आई पी सूची में आते हैं और मुख्‍यमंत्री सहि‍त राजनेताओं के कार्यक्रमों में न्‍योते जाते रहे है उनके बि‍लों की तुलना की भी अपेक्षा है। यह इस लि‍ये भी जरूरी है कि‍ बि‍जली को लेकर हो रहे जनउत्‍पीडन के वि‍रूद्ध बि‍जली कंपनि‍यों के वि‍रूद्ध बोलने वालों के वक्‍तव्‍य बेहद जोश रहि‍त है और जुलूस आदि‍ की कार्राहि‍यां असर हीन दि‍खवटी अधि‍क हैं।