30 मई 2019

आगरा के घटि‍या आजम खां क्षेत्र मे स्‍मार्ट ट्रैफि‍क सिस्‍टम की दरकार

-- जाम से नि‍जात दि‍लाने को नागरि‍कों ने की सहयोग को पेशकश
सि‍वि‍ल सोसाइटी के अध्‍यक्ष डा शि‍रोमणी  और श्री अनि‍ल शर्मा ने सडक पर लगने वाले
 जाम पर की चर्चा।
आगरा:हरीपर्वत क्षेत्र का' घटि‍या आजम खां' मौहल्‍ला , आगरा सडक यातायात की द्ष्‍टि से महानगर का सबसे जटि‍ल समस्‍याओं से जूझने वाला इलाका है, सामान्‍य है, कार्यदिवसों यानि‍ ‍  जबकि  स्‍कूल लगा करते है , डा भीमराव अम्‍बेडकर वि वि के कार्यालय भी संचालि‍त होते हैं तब तब इस पूरेक्षेत्र में यातायात की गतशीलता को लेकर अत्‍यंत जटि‍ल समस्‍या उत्‍पन्‍न हो   जाती है। पूरे जि‍ले में अपने नर्म गर्म तेबरों से काम चलाने वाली पुलि‍स भी अपने को बेहद असाहाय महसूस करती है।
 दरअसल बीस से ज्‍यादा स्‍कूल इसके आसपास के क्षेत्रों में संचालि‍त
होते हैं। शायद ही मि‍श्‍नरी का कोयी भी 
तत्‍कालीन सी बी आर्द डायरैक्‍टर राकेश अस्‍थाना श्री
अनि‍ल शशर्मा और उनके पि‍ता  डा आर सी शर्मा के साथ। 
स्‍कूल ऐसा हो जि‍समें पढने के लि‍ये एक हजार से कम बच्‍चे आते हों।कुछ मि‍श्‍नरी स्‍कूलों में तो यह सेख्‍या तीन हजार से भी ज्‍यादा है। यही नहीं महानगर के प्रमुख व्‍यवसायी बेलनगंज और  लोहामंडी के बीव सुलभ सडक संपर्क का परंपरागत मार्ग भी यहीं से हेकर गुजरता है।
-- यातायात प्रबंधन की कोशि‍श
यातायात की इस गंभीर समस्‍या से नि‍पटने के लि‍ये सि‍वि‍ल सोसायटी आगरा ने पहल कर एक मीटि‍ग बुलाई , चौकी इंचार्ज इंस्‍पैक्‍टर अमि‍त शर्मा जो कि‍ खुद लगातार नागरि‍क सहभागि‍ता के प्रयास से यहां के यातायात व्‍यवस्‍था को सुचारू रखने को सक्रि‍य रहते हैं, ने सोसायटी की इस पहल को एक सकारात्‍मक माना और चौकी पर ही मीटिग बलाई। क्षेत्र के पार्षद डा शि‍रोमणी सिंह जो कि‍ सि‍वि‍ल सोसायटी के अध्‍यक्ष भी हैं की अध्‍यक्षता में यह संपन्‍न हुई। 
पुरानी चौकी , नये इंतजाम की दरकार
पुलि‍स पक्ष की ओर से यह स्‍पष्‍ट करने का हरभरसक प्रयास कि‍या गया कि‍ जाम लगने की स्‍थि‍ति‍ कि‍सी भी सूरत में बर्दाश्‍त नहीं की जायेगी।फेरी,ढकेल और दूकान के फड से सामान सडक पर फैलाकर बेचने वालों को खासकर सीधे संवाद का मुख्‍य लक्ष्‍य बनाया गया।स्‍कूल के टायम वि‍शेष एति‍हात बरतने को कहा गया।
पार्षद डा शि‍रोमणी ने कहा कि‍ नगर नि‍गम की ओर से सभी जरूरी साईनेज और सि‍ग्‍नल सि‍स्‍टम के इंतजाम का प्रयास करेंगे। 
 --स्‍थानीय समि‍ति भी  साथ
घटिया पुलिस चोकी पर, चोकी इन्चार्ग  अमित शर्मा के साथ हुई. मीटिंग में आये सभी स्‍थानीय नागि‍रकों एवं कारोबारि‍यों  ने एक मत से ट्रैफिक जाम से निजात दिलाने के प्रयास का समर्थन किया. आश्वासन दिलाया के सभी अपना भरपूर सहयोग देंगे. सभी आये हुए दुकानदार और ठेले वालों ने चौराहा पर ट्रैफिक को नियंत्रण करने वाले यंत्र लगाने का अनुरोध किया. । घटि‍या आजम खं  ट्रैफि‍क मैनेजमेंट कमेटी अद्याक्ष और वरिष्ट पार्षद श्री शिरोमणि सिंह ने आश्वस्त किया के वो नगर निगम में प्रस्ताव करा कर कार्य कराएँगे.उन्होंने कहा के चौराहे से ५० मीटर तक चरों रोड पर डि‍वाईडर  लगवाये जयेंगे. उन्होंने आश्वासन दिया के जल्द ही यह कार्य होगा.
समिति के उपद्यक्ष श्री अजहर इफ्तेकर टोनी ने कहा के जाम की समस्या का समाधान जल्दी हो जब स्कूल खुलें तोह ट्रैफिक सुचारू रूप से चले,जिस से बच्चों को जाम का दंश न झेलना पड़े।
स्‍मार्ट ट्रैफि‍क प्‍लान हो क्रि‍यान्‍वि‍त
सि‍वि‍ल सोसायटी के जर्नल सैकेट्री अनि‍ल शर्मा ने कहा कि‍ यह एक महत्‍वपूर्ण इलाका है। उनकी परि‍कल्‍पना इसे स्‍मार्ट प्रबंधन के उन उपकरणों और गैजि‍ट्स से युक्‍त करवाने की है। उन्‍होंने कहा कि‍ वह दुनि‍यां के उन तमाम महानगरों में रहे व घूमे हैं कि‍न्‍तु आगरा की स्‍थि‍ति‍यों के नजदीक गुजरात के सूरत और अहमदाबाद मॉड्यूल ही लगा । उन्‍होंने बताया कि‍ इन दोनों का ही गहनता से समझा है।ये आगरा के सर्वथा उपयुक्‍त हैं। 
-- स्‍मार्ट ट्रैफि‍क सि‍स्‍टम पर करवायी थी सैमीनार:
सि‍वि‍ल सोसायटी आगरा के तत्‍वावधान में स्‍मार्ट ट्रैफि‍क सि‍स्‍टम को लेकर एक सैमीनार का आयोजन आगरा में हुआ था। इसके मुख्‍याति‍थि‍ तत्‍कालीन सी बी आई के डायरैक्‍टर  खुद राकेशअस्‍थाना थे। वास्‍तव में ट्रैफि‍क के भारतीय स्‍थि‍ति‍यों के अनुकूल स्‍मार्ट प्रबंधन का मॉड्यूल उन्‍हीं का बनाया हुआ है।जि‍से अन्‍य कि‍सी ने नहीं तत्‍कलीन गुजरात के मुख्‍यमंत्री के रूप में स्‍वयं  प्रधानमंत्री श्री नरेन्‍द्र मोदी के द्वारा पंसंद कर अमल में लाये जाने को राज्‍य के पुलि‍स वि‍भाग से कहा गया था।
--आगरा के लि‍ये भी प्रस्‍तावि‍त कि‍या गया
स्‍मार्ट ट्रैफि‍क सि‍स्‍टम आगरा के लि‍ये भी प्रस्‍तावि‍त कि‍या गया। कि‍न्‍तु दुर्भागय है कि तमाम जरूरतों को पूरा करने वाला होने के बाबजूद आगरा स्‍मार्ट सि‍टी ट्रैफि‍क प्रोजेक्‍ट का यह भाग नहीं बनसका। 
श्री अनि‍ल शर्मा ने बताया कि  सि‍वि‍ल सोसायटी आगरा अब महानगर को स्‍मार्ट ट्रैफि‍क  प्‍लान की जरूरत को प्रचारि‍त करने के लि‍ये फि‍र से अभि‍यान चलायगी। इसकी शुरूआत एक सैमीनार से करवाये जाने का लक्ष्‍य है। 
--' घटि‍या'  की बढि‍या कहानीयां
टीलों पर बसे आगरा में एकसर जमीन नहीं थी, ढलानों पर बसी बसावटों को घटि‍या कहने का प्रचलन था। वर्तामान में भी कई मौहल्‍लों को घटि‍या कहने का प्रचलन है कि‍न्‍तु इनमे सबसे ज्‍यादा घ्‍टि‍या आजम खां ही ज्‍यादा प्रचलि‍त है। वैसे पूर्व में कभी घटि‍या आजम खां अपने प्‍याऊ ,कूंओं और उनपर जलदोहन के लि‍ये लगे चरसों (रहट) के कारण चारसू दरबाजा के रूप में ज्‍यादा मशहूर था। अब न रहट रह गये और नहीं नाम सार्थक करने वाला दरबाजा ही।  वैसे यह दरबाजा चौराहे पर बजीरपुरा रोड की ओर बना हुआ था। कुछ समय तक इसका बीजक भी सुरक्षि‍त था। 
--नाम बदलने की कोशि‍श

प्रदेश के एक प्रमुख राजनीतिज्ञ का नाम श्री आजम खान है, वह कईबार कैबीनेट मंत्री भी रहे हें।एक बार उनका इस क्षेत्र में कार्यक्रम होना था। तब उनकी पार्टी के लो पशोपेश में पड गये। वे नहीं चाहते थे कि मौहज्जे काके नाम से उनके नेता रूबरू हों । बस फिर क्या था , कुछ का सुझाव था कि इसे फिर से चारसू दरबाजा घोषित करवाया जाये जबकि कुछ का कहना था कि नाम को सार्थकता प्रदान करने वाला जब दरबाजा ही नहीं बचा है ते फिर इसका पुराना नाम क्यो दिया जाये। बाद में कई लोग घटिया ए के या ए के घटिया लिखने को राजी हो गये किन्तु कही प्रचलित नाम आसानी से बदला करते हैं। इस लिये न नाम बदलना था न बदला। बताते है कि यह पूरा वाक्या श्री आजम खां को भी मालूम है। उनके द्वारा अपने चटखारे लेने वाली शैली में इस पूरे वाक्‍ये को सुना गया।