30 मई 2018

हिन्‍दी पत्रकारिता को चुनौतियां नहीं हुयीं कम

-- पत्रकारिता की नर्सरियों को उजाड रहे हैं बडे मीडिया हाऊस :विनोद भारद्वाज  
हिन्‍दुस्‍तान के सिटी इंचार्ज मनोज मिश्रा और फोटो जर्नलिस्‍ट 
असलम  सलीमी सहित कई हुए सम्‍मानित ।

आगरा: पत्रकारों से जिन मानकों पर खरा उतरने की अपेक्षा समाज करता है, उनके लिये पृष्‍टभूमि किसी प्रशिक्षण कार्यशाला में नहीं नहीं होती है, आपितु अपने खुद के तजुर्बों  से ही इसके लिये तैयार होता है, जो कि अक्‍सर उनछोटे प्रतिष्‍ठानों के प्रकाशनों के साथ काम करते हुए हांसिल होती है। किन्‍तु दुर्भाग्‍य से  ये प्रतिष्‍ठान एक एक करके बन्‍द होते जा रहे हैं। यह कहना है अमर भारती के संपादक श्री विनोद भारद्वाज का जो कि हिन्‍दी पत्रकारिता दिवस के अवसर पर मदिया कटरा स्‍थित होटल वैभव पैलेस में ' उ प्र पत्रकार परिषद( उ प्र) ' के द्वारा आयोजित कार्यक्रम को मुख्‍य वक्‍ता के रूप में संबोधित
कर रहे थे।
श्री भारद्वाज ने कहा कि आम जनता की असली आवाज 'छेटे अखबार ' बन्‍द हो रहे है और सरकार उनके आर्थिक संसाधनों पर बडे मीडिया हाऊसों के द्वारा लगातार किये जाते रहे अतिक्रमण के खेल में मूक दृष्‍टा है। उन छोटे प्रकाशन संस्‍थानों में   वह अनुभव प्राप्‍त करता है। 
उ प्र सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के डिप्‍टी डायरैक्‍टर डा राजेन्‍द्र यादव ने कहा कि मुश्‍किलें और चुनौतियां जीवन के हरक्षेत्र में आती है किन्‍तु समय के साथ उनका समाधान भी निकलता है। उन्‍हों ने उम्‍मीद जतायी कि आने वाला समय हिन्‍दी पत्रिकारिता और सभी पत्रकारों के लिये बैहतर होगा। उन्‍होंने हिन्‍दी पत्रकारिता के इतिहास की सारगर्भित जानकारी भी दी1  
कार्यक्रम में अतिथिगढ़ जगन प्रसाद गर्ग(विधायक),संगठन के प्रदेश अध्यक्ष विजय अग्रवाल, महामंत्री के.पी. सिंह और वरिष्ठ पत्रकार ब्रज खण्डेलवाल, राजीव सक्सेना, आदर्श नंदन (दैनिक जागरण), मनोज मिश्रा (दैनिक हिन्दुस्तान), विनोद भारद्वाज (अमर भारती), गिरजाशंकर शर्मा (डॉ. अम्बेडकर विश्व विद्यालय), अजय शर्मा (दैनिक स्वराज्य), राजकुमार केला (उजाला) आदि राजकुमार अग्रवाल आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
  इस मौके पर पत्रकार परिषद दूरभाष निदेशिका वर्ष 2018-19 का भी विमोचन माननीय अथितियों द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जिला अधयक्ष राजकुमार अग्रवाल, वरिष्ठ उपाध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार अग्रवाल, उपाध्यक्ष अशोक राठी, विकास मोहन बंसल, पराग सिंघल, महासचिव मनोज कुमार खण्डेलवाल, कोषाध्यक्ष सत्येन्द्र पाठक, सचिव सुभाष कुमार, अशोक कुमार चंदन, ऊषा रानी लोढ़ा, संगठन सचिव राकेश कुमार अग्रवाल, मीडिया प्रभारी विवेक शर्मा, कार्यकरणी सदस्य गिर्राज शर्मा, मयंक अग्रवाल,डेविड कार्नियल, हेमंत खण्डेलवाल, संजय खण्डेलवाल, रमाकांत, ऐ.के. गुप्ता, अनिल राणा, कवलजीत सिंह, संजीव अरोड़ा, विकास मित्तल आदि अन्य पत्रकारों में मदन गोपाल, प्रदीप कुशवाह, जिलानी कुरेशी, मुकेश गुप्ता, मुकुल शोबानानी एडवोकेट, रमेश चंद शर्मा एडवोकेट कैलाश साधवांनी, ब्रह्मस्वरूप श्रीवास्तव, वी.आर. सत्यार्थी, आनद शर्मा, मुकेश गुप्ता, ए.के. गुप्ता, श्रवण कुमार, कामना लवानिया, एस.के. मिश्रा आदि की सहभागिता रही।
मंच का संचालन सत्येन्द्र पाठक (स्वराज टाइम्स) ने किया और मीडिया प्रभारी विवेक शर्मा रहे।
इस अवसर पर हिन्‍दुस्‍तान के सिटी इंचार्ज मनोज मिश्रा , जागरण के पत्रकार आदर्श नन्‍दन गुप्‍ता, वरिष्‍ठ फोटो जर्नलिस्‍ट असलम सलीमी , आदि को परिष्‍द के द्वारा समान्‍नित भी किया गया।
ताज प्रेस क्‍लब
ताज प्रेस क्‍लब के अध्‍यक्ष अनिल शर्मा ने की विचाराभिक्‍ति  
ताज प्रेस क्‍लब के तत्‍वावधान में आयोजित कार्यक्रम में हिन्‍दी पत्रकारिता के समक्ष चुनौतियों पर चर्चा हुई तथा अपेक्षा की  गयी कि सरकार उनकी लेखनी को प्रभावित करने को कोशिशरत नापाक ताकतो के हौसलों को पस्‍त करने में अपनी प्रभावी भूमिका निर्वाहन करेगी। क्‍लब के अध्‍यक्ष अनिल शर्मा की अध्‍यक्षता और जर्नरल सैकेट्री उपेन्‍द शर्मा के संचालन में संपन्‍न इस कार्यक्रम में नेविल स्‍मिथ,ओम पाराशर  उपाध्यक्ष डॉ अजय शर्मा, केएमआई पत्रकारिता विभाग के डीन एवं डॉ अंबेडकर विश्वविद्यालय के पीआरओ डॉ गिरजा शंकर शर्मा ने समारोह को संबोधित किया। विषय प्रवर्तन वरिष्ठ पत्रकार डॉ महेश धाकड़ ने किया। हिंदुस्तान टाइम्स के स्थानीय संपादक हेमेंद्र चतुर्वेदी के अलावा वरिष्ठ पत्रकारगण शिव कुमार भार्गव सुमन,राजीव दधीचि, ओम प्रकाश पाराशर,राजीव सक्सैना,भुवनेश श्रोत्रिय,पूर्व अध्यक्ष गजेन्द्र यादव, डॉ अनिल दीक्षित,मून न्यूज के जसविंदर'जस्सी', जयसिंह वर्मा पवन सिंह जी, मानवेन्द्र मल्होत्रा,विवेक पाठक आदि की सहभागिता रही। 
केन्‍द्रीय हिन्‍दी संस्‍थान हिन्‍दी दिवस कार्यक्रम 
के हि संस्‍थान में गुरू-शिष्‍यों विश्‍लेषण किया हिन्‍दी पत्रकारिता की
 ' दशा और दिशा 'का 

"पत्रकारिता एक रस्म है,दम है तो इस रस्म का हिस्सा बन जाइए।" ऐसा पत्रकारिता के छात्र आलोक सैनी ने हिंदी पत्रकारिता दिवस के मौके पर कहा जिसका आयोजन केंद्रीय हिंदी संस्थान आगरा में सांध्यकालीन पाठ्यक्रम के जनसंचार एवम पत्रकारिता विभाग द्वारा अटल बिहारी वाजपेयी अंतर सभागार में हुआ।कार्यक्रम की प्रस्तावना विशिष्ट अतिथि श्री ब्रज खंडेलवाल ने दी जिसमें उन्होंने बताया कि हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत 30मई1826 को श्री युगल किशोर शुक्ल जी ने कलकत्ता से 'उदंत मार्तण्ड' प्रकाशित करके की। संगोष्ठी का विषय 'कल का मीडिया और आज का मीडिया' रहा जिस पर पत्रकारिता विभाग के छात्रों ने अपने अपने वक्तव्य रखे। पत्रकारिता के छात्र देवदत्त ने बताया कि 'हिंदी पत्रकारिता न केवल खबरें संप्रेषित करती है अपितु वह हिंदी पाठकों को शिक्षित भी करती है' देवदत्त ,प्रदीप शर्मा, सोनवीर सिंह, ,अश्विनी चौहान ,  शिवम शाक्य, ,अभिदीप, अमित ,सौरभ ,राकेश शर्मा ,नितिन ,रिमझिम वर्मा ,सुधा शर्मा ,अमृत सिंह, कृष्ण प्रताप सिंह जावित्री सिंह आदि ने भी अपेने विचार व्‍यक्‍त किये। कार्यक्रम के विशिष्ट अतिथि डॉ राज शंकर शर्मा जी ने अपने वक्तव्य में कहा पत्रकारिता लोकतंत्र का चौथा स्तंभ है यद्यपि तमाम विकृतियों के बावजूद भी हिंदी पत्रकारिता ने नए आयाम स्थापित किए हैं आज के नवोदित पत्रकारों से अपेक्षा है कि  वह लोकतंत्र के चौथे स्तंभ को दरकने से बचाने का भरसक प्रयास करेंगे। कार्यक्रम का समापन भाषण मुख्य अतिथि डॉ केसरी नंदन ने दिया जिसमें उन्होंने कहा हिंदी सिर्फ उत्तर भारत की भाषा नहीं है बल्कि पूरे देश की भाषा है हिंदी को बढ़ाने में हिंदी पत्रकारिता ने एक महत्वपूर्ण योगदान दिया है पत्रकारिता कोई विधा नहीं है बल्कि एक खुला विषय है हिंदी पत्रकारिता को हिंदी साहित्य की मदद से बेहतर तरीके से समझा जा सकता है।
कार्यक्रम की अध्यक्षता विभागाध्यक्ष डॉ केसरी नंदन जी ने की, श्री ब्रज खंडेलवाल व डॉ राज शंकर शर्मा जी विशिष्ट अतिथि रहे। कार्यक्रम में अजय तोमर, अजय आनंद, अनुरूप, अश्वनी, अमृत , के पी सिंह जावित्री, नीलम, अमित, यासीन खान आदि मौजूद रहे और कार्यक्रम का संचालन सत्येंद्र चौधरी ने किया।