आगरा। यदि दिल में उत्साह हो तो सबकुछ संभव है। यह दिखा दिया आगरा की युवती मनीषा कश्यप ने। वह अपनी माताजी के साथ मेड का काम करने में हाथ बटाती थी। इसके बावजूद मनीषा ने दसवीं कक्षा की बोर्ड की परीक्षा में 74 प्रतिशत अंक हांसिल किये। आर्थिक संकट में गुजरते परिवार में जन्मी यह मेहनती युवती अपने परिवार का भविष्य बदलना चाहती है।उनके माता-पिता मात्र पांच हजार रुपये प्रति माह कमाते हैं। परिवार के छह लोगों को खिलाने के लिए पर्याप्त नहीं है। लेकिन मनीषा के दृण संकल्प ने उसे यहाँ तक पहुँचाया। स्कूल की फीस के लिए वह एक नौकरानी के रूप में अपनी माता के साथ काम करने से पीछे नहीं हठी । मनीषा ने गर्व से कहा, "मैं अपने परिवार के लिए भोजन तैयार करने और फिर स्कूल जाने के लिए हर दिन सुबह 5 बजे उठती हूं।" इस युवती के पिता एक कंस्ट्रक्शन कम्पनी में वर्कर के रूप में काम करते हैं