6 मई 2015

दो बैंकों ने उधार देने की दर में .25 प्रति‍शत कटौती की

--सावधि‍ राशि‍यों पर भी ब्‍याज दर कम की जा सकती है

-- एफ डी करवाने के स्‍थान पर तलाशे जाने लगेगे नि‍वेश को नये वि‍कल्‍प

मुम्‍बई :   पंजाब नेशनल बैंक और आईडीबीआई बैंकों  ने उधार देने
की आधार दर 0.25प्रति‍शत  कम कर 10.25 की प्रचलि‍त दर के स्‍थान पर दस प्रति‍शत कर दी है। इससे बैंक से कर्ज लेने वाले ग्राहकों की मासिक किस्त (ईएमआई) कम होगी।ऋण के प्रति‍स्‍पर्धी बाजार में इसका शीघ्र ही व्‍यापक असर देखने को मि‍लेगा,जि‍सके परि‍णाम स्‍वरूप कुछ और बैंकों के द्वारा अपनी ऋण दरें घटायी जा सकती हैं।पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) ने आधार दर आज 0.25प्रति‍शत  कम कर 10प्रति‍शत कर दी। पीएनबी ने एक बयान में कहा कि बैंक ने आधार दर या
न्यूनतम उधार दर 10.25प्रति‍शत  से कम कर 10प्रति‍शत  कर दी है। नई दर सात मई से प्रभाव में आएगी। बैंकों की आधार दर वह दर होती है जिससे कम पर बैंक कर्ज नहीं दे सकतें।
आईडीबीआई बैंक ने बयान में कहा कि रिजर्व बैंक की हाल की नीतिगत उपायों को देखते हुए उसने यह कदम उठाया है। बैंक के अनुसार ब्याज दर में कटौती से ऋण वृद्धि पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा।
आईडीबीआई बैंक ने चुनिंदा खुदरा मियादी जमाओं के मामले में ब्याज दर में 0.10 से 0.25% की कटौती की है। नई दरें 11 मई से प्रभावी होंगी। उल्लेखनीय है कि इससे पहले, बैंक ऑफ बड़ौदा, भारतीय स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, एचडीएफसी बैंक तथा एक्सिस बैंक ने आधार दर में 0.25% तक कटौती की है।चाहे उधार लेने वालों की संख्‍या इससे बढे या नहीं कि‍न्‍तु अगर एफ डी पर दि‍ये जाने वाली ब्‍याज दर कम की जाती है तो सावधि‍ जमाओं में कमी आ जायेगी।लोग बैंको में एफ डी करवा के पैसा रखने के स्‍थान पर नि‍वेश के वि‍कल्‍प तलाशने लगेंगे।