4 अप्रैल 2015

लगाये गये मुकदमों को लेकर भाजपा में शुरू हुआ आपसी कटाक्षों का दौर

--राज्‍य लोकसेवा आयोग के चेयरमैन के वि‍रुद्ध कि‍या था प्रदर्शन पुलि‍स ने भांजी थी लाठी

(ए बी वी पी के प्रदर्शन के दौरान भाजपा नेता भी लि‍ये गये थे हि‍रासत में
कि‍न्‍तु बाद में उन्‍हे छोड दि‍या गया ओर छात्रों पर  ठोंक दि‍ये मुकदमें)
 आगरा, उ प्र लोकसेवा आयोग के चेयरमैन अनि‍ल यादव को पद से हटाये जाने की मांग करने वाले वि‍द्यार्थी परि‍षद के प्रदर्शनकारी कार्यकर्त्‍तओं को न्‍यूआगरा थाने में पुलि‍स के द्वारा मुकदमा दज्र कर बन्‍द कर दि‍ये जाने की गत दि‍वस घटी सामान्‍य घटना पर भारतीय जनता पार्टी में ही आपसी कटाक्षों का दौर शुरू हो चुका है।पार्टी के वरि‍ष्‍ठ नेता राज कुमार पथि‍क ने कहा है कि‍ न्‍यू आगरा थाना क्षेत्र में वि‍द्यर्थी परि‍षद के द्वारा कि‍ये गये प्रदर्शन के बाद पुलि‍स के द्वारा फर्जी मुकदमें लगाकर बन्‍द कर दि‍ये जाने के बावजूद  जि‍स प्रकार पार्टी के वरि‍ष्‍ठ खामोश रहे वह अपने आप में कम से कम उस पार्टी के लि‍ये तो अत्‍यंत गंभीर मुद्दा हैं जो कि‍ युवाओं के दमखम के बूते पर राज्‍य की सत्‍ता पर काबि‍ज होना चाहती हैं।
श्री पथि‍क ने कहा कि‍
 लोकसेवा आयोग के चेयरमेन डा अनिल यादव का पुतला फूंकने मात्र से जि‍न संगीन धाराओं में मुकद्दमा दर्ज़.  कर वि‍द्यार्थि‍यों को जेल भेज दिया वह बेहद कष्‍टकारी है।अगर पार्टीजन थोडी सी भी सक्रि‍यता बरतते तो कम से कम संगीन धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज जैसी स्‍थि‍ति‍ तो टल ही सकती थ। श्री पथि‍क ने कहा पार्टी के नेताओं द्वारा कुछ भी नहीं कर पाना कार्यकार्ताओं का मनोबल तोड़ता है। उन्‍हों ने कहा हे कि‍ झूठे मुकद्दमों का पुरजोर विरोध होना चाहिए ।
         पार्टी के वरि‍ष्‍ठ नेता हरीश त्‍यागी के अनुसार  पूरे उत्तर प्रदेश के कार्यकर्ता यदि सडक पर  आ जाएं तो सरकार को मजबूर होकर मुकदमे वापस लेने पडेगे । बस इसके लिए आन्दोलन जारी रखना होगा ।आशुतोश भारद्वाज ने कहा है कि‍ थी पथि‍क ने सही बात रखी है।एकटि‍वि‍स्‍ट रुचि‍ चौहान का मत भी यही है कि‍ पार्टी के वरि‍ष्‍ठ खुलकर परि‍षद वालों के साथ की गयी ज्‍यादती के खि‍लाफ आवाज उठायें।
          
 हरीश त्‍यागी का कहना है कि‍ वह  भारतीय जनता पार्टी के सभी नेताओं से में कहना चाहत हूँ कि‍ यदि बजरंग दल और ए बी वी पी  . और युवा मोर्चा के कार्यकर्ता यदि घर पर बैठ गये तो उन्‍हें कोई पूछने बाला नहीं बचेगा । इसलिए मुकदमे वापसी के लिए आन्दोलन जारी रखने की कोशि‍श जारी रखी जाये। श्री त्‍यागी का कहना है कि‍ वह इसलिए कह रहे हैं क्‍यों कि‍  क्यों की वह स्‍वयं भी अपने ऊपर लगाये गये दो मुकदमे को लड रहे हैं।